जिंदा बचे नेविगेटर कोंस्टेंटाइन मुराख्तिन ने कहा है कि हमें रेडियो या प्रत्यक्ष रूप से से कोई चेतावनी नहीं दी गई थी
मॉस्को। सीरिया एवं तुर्की की सीमा के पास गिराए गए रूस के लड़ाकू विमान को लेकर रूस और तुर्की में तनातनी कम नहीं हुई है। रूस का कहना है कि उसके पायलटों को कोई चेतावनी नहीं मिली जबकि तुर्की ने कहाकि हमने चेतावनी दी थी। तुर्की ने चेतावनी का ऑडियो टेप भी जारी किया है। तुर्की द्वारा गिराए गए लड़ाकू विमान के चालक दल के दो सदस्यों में से जिंदा बचे नेविगेटर कोंस्टेंटाइन मुराख्तिन ने कहा है कि तुर्की की वायुसेना ने वायुसीमा के उल्लंघन के बाबत कोई चेतावनी नहीं दी थी। उन्होंने अपने मारे गए साथी की मौत का बदला लेने का भी एलान किया है।
हमें कोई चेतावनी नहीं मिली
उन्होंने कहा, हमें रेडियो या प्रत्यक्ष रूप से से कोई चेतावनी नहीं दी गई थी। हमारे बीच कोई संपर्क नहीं हुआ था। यदि वह हमें चेतावनी देना चाहते थे तो उन्हें हमारी समानांतर दिशा में आकर दिखाना चाहिए था। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अचानक से हमारे विमान के पिछले हिस्से से मिसाइल आकर टकराई। हम उसे समय पर नहीं देख पाए थे तो मिसाइल रोधी हथियार का इस्तेमाल नहीं कर सके। मैं मानचित्र और नीचे जमीन पर स्पष्ट पर देख सकता था कि सीमा कहां है और हम कहां हैं। वहाँ तुर्की की सीमा में जाने का कोई खतरा ही नहीं था। उसने कहा कि हम सीरिया की वायुसीमा से बाहर नहीं गए थे।
तुर्की का ऑडियो टेप
वहीं तुर्की की सेना ने रूस के लड़ाकू विमान को गिराए जाने से पहले दी गयी चेतावनी का ऑडियो टेप जारी किया। इस रिकॉर्डिंग में ‘अपनी दिशा बदलो’ संदेश को सुना जा सकता है। तुर्की ने लगातार आरोप लगाया कि रूस का लड़ाकू विमान बार-बार उसकी वायुसीमा का उल्लंघन कर रहा था। कई चेतावनियों के बाद भी उल्लंघन करने के कारण उसे मजबूरन गिराना पड़ा था। यह पिछले आधी सदी में रूस एवं किसी नाटो सदस्य देश के बीच सबसे गंभीर तकरार है।
एक पायलट को विद्रोहियों ने मारा
उल्लेखनीय है कि तुर्की की वायुसेना ने सीरिया की सीमा के पास रूस के एक लड़ाकू विमान को कथित वायुसीमा उल्लंघन के कारण गिरा दिया था। लड़ाकू विमान के पायलट को पैराशूट से नीचे उतरने के बाद विद्रोहियों ने मार दिया था जबकि नेविगेटर को रूस एवं सीरिया की सेना ने बचा लिया था। इस घटना के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने तुर्की को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
सीरिया भेजा मिसाइल क्रूजर
इधर, अपना फाइटर विमान गिराए जाने के बाद रूस ने सीरिया की समुद्री सीमा में एक मिसाइल क्रूजर रवाना कर दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि तुर्की उसके लड़ाकू विमानों को निशाना ना बना सके। रूस ने आतंकियों के खिलाफ अभियान में तुर्की की मदद भी रोक दी है। रूस ने एस-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी सीरिया भेजने का फैसला किया है।