ओबामा प्रशासन के अफसरों ने कहा, “यह कम्युनिस्ट देश नई दिल्ली के प्रयास में ‘रोड़ा’ की तरह काम कर रहा है।
वॉशिंगटन. अमरीका ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने की भारत की मुहिम में अडंगा डालने के लिए चीन पर निशाना साधा है। ओबामा प्रशासन के अफसरों ने कहा, “यह कम्युनिस्ट देश नई दिल्ली के प्रयास में ‘रोड़ा’ की तरह काम कर रहा है। दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा, ‘एक साफ़ अवरोधक है जिसका निदान करने की जरूरत है और वह चीन है।’
चीन की वजह से भारत नहीं बन पाया सदस्य
इस बयान के काफी मायने हैं। कुछ ही दिन में ओबामा प्रशासन का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। 20 जनवरी से ट्रंप के प्रशासन की शुरुआत होगी। इस बारे में अमरीकी अफसरों ने माना कि चीनी प्रतिरोध की वजह से ही भारत एनएसजी का सदस्य नहीं बन पाया। एनएसजी में सहमति के आधार पर फैसला होता है। निशा देसाई ने कहा, ‘अमरीकी प्रेसिडेंट अपने इस भरोसे को लेकर पूरी तरह स्पष्ट रहे हैं कि भारत एनएसजी के लिए योग्य है और अमरीका इस समूह में भारत की एंट्री को सपोर्ट करता है।’
निशा ने कहा, ‘हमने एनएसजी में भारत के आवेदन का सपोर्ट करने के लिए भारत के साथ बहुत निकटता से काम किया, लेकिन हमने यह भी पाया कि वहां कुछ चिंताएं बनी हुई हैं, कुछ आपत्तियां हैं जिनको एनएसजी के कुछ सदस्यों ने प्रकट किया है और इनको लेकर काम करने की जरूरत है।’