यह कहानी तो एक कुत्ते की है लेकिन आप पढ़ कर बताइये कि ‘जानवर’ यह कुत्ता है या उसका मालिक!
Published: Jan 17, 2017 05:11:00 pm
कुत्ते की यह कहानी उन लोगों के लिए एक आत्मविश्लेषण है
जिन्हौने उसे उसके कठिन समय में मरने के लिए छोड़ दिया। जानवर कभी खुद के
वकील नहीं हो सकते, वो कभी अपनी पैरवी नहीं करते लेकिन वो अपने दर्द को बस
खुद में महसूस जरूर करते हैं…
Woman Rescues Dog, Gives Him A New Life After Owners Abandon Him After He Was Stung By Bees
इंसानों और जानवरों की दोस्ती हमेशा से ही चलती आ रही है। कभी कोई इंसान जानवर की मदद करता है तो कभी इंसान की मदद करता है। यह कभी न खत्म होने वाला सिलसिला शायद यूँ ही चलता रहे। आपने इस तरह की कई ख़बरों को भी सुना ही होगा कि एक इंसान सड़क पर घूमने वाले किसी आवारा कुत्ते को अपने घर लाकर उसे बेघर से घरवाला बना देता है। लेकिन ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि एक खूबसूरत लेकिन बीमार कुत्ते को कोई इंसान अपने घर लाए और उसे उसकी असली ख़ूबसूरती प्रदान करे।
ऐसा ही कुछ देखने को मिला जब एक कुत्ते ने अपने मालिक को खो दिया, उसका मालिक उसके जीवन के सबसे बुरे क्षण में उसका साथ छोड़ दिया। इस कुत्ते के बच्चे को हज़ारों मधुमक्खियों ने डंक मार दिए, जिसके बाद वह बेहद बीमार हो गया और उसका मालिक उसे पशु चिकित्सक के पास अकेला छोड़ कर चले गए। इसके बाद लग रहा था कि वो अपना सब कुछ खो चूका है।
एक अंग्रेजी अख़बार की खबर के मुताबिक उसकी उम्मीद को एक नया सहारा मिला कैर्री शिपॉल के रूप में, जिन्होंने स्टिंगर की ज़िन्दगी को बदल दिया। वह कुत्ते का बच्चा जिसे स्टिंगर का नाम दिया गया, दुर्भाग्यवश वो कैर्री को बहुत ही ख़राब अवस्था में मिला जब वो उनकी देख रेख में लाया गया। LuvnPupz नाम के बचाव संगठन की जनक कैर्री अब स्टिंगर के लिए मसीहा थीं, क्योंकि उन्होंने उसके स्वास्थ्य को फिर से ठीक किया था।
जिस वक्त स्टिंगर को कैर्री की देखभाल मिली उस वक्त वो खुजली से पीड़ित था, इस दौरान उसका वजन भी बहुत कम हो चुका था। लेकिन कैर्री के देखरेख में इस कुत्ते ने अपने हेल्थ को दोबारा पा लिया और अब वो एक बहुत ही खुशगवार कुत्ता बन चूका है।
कुत्ते की यह कहानी उन लोगों के लिए एक आत्मविश्लेषण है जिन्हौने उसे उसके कठिन समय में मरने के लिए छोड़ दिया। जानवर कभी खुद के वकील नहीं हो सकते, वो कभी अपनी पैरवी नहीं करते लेकिन वो अपने दर्द को बस खुद में महसूस जरूर करते हैं। अगर आप जानवरों को पालने के लिए तैयार नहीं हैं तो उन्हें अपने घर मत लाइए। उनके नसीब में जो होगा वो उन्हें मिल जाएगा। कैर्री ने स्टिंगर के इलाज़ के दौरान हुए सारे खर्च को खुद वहन किया और उसे अपने साथ अपने घर भी ले आईं।