जमुई के किउल नदी तट पर स्थित है पत्नेश्वर पहाड़ मंदिर, जहां लोगों के असाध्य रोग दूर होते हैं
जमुई के किउल नदी तट पर स्थित है पत्नेश्वर पहाड़ मंदिर, जहां लोगों के असाध्य रोग दूर होते हैं। पत्नेश्वर नाथ मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर राजकाल से ही लोगों की आस्था का केन्द्र रहा है। जहां पूजा करने से असाध्य रोग दूर हो जाता है। यहां शिवलिंग के आसपास मंदिर का निर्माण किया गया है।
यहां के पुजारियों ने बताया कि बनैली राज स्टेट द्वारा उक्त मंदिर और आसपास का परिसर ब्राह्माणों को पूजन के लिए दिया गया। इस मंदिर के पुजारी राजीव पांडेय एवं नरेश पांडेय बताते हैं कि उक्त स्थल पर स्वयं शिवलिंग अवतरित हुआ है। कहा जाता है कि यहां आबादी नहीं के बराबर थी तब यहां एक साधु महात्मा आए थे। जो कि उड़ीया बाबा के नाम से मशहूर हुए। महात्मा काफी दिनों तक पत्नेश्वर पहाड़ पर रहे।
उन्होंने बताया कि उन्हें गलित कुष्ठ था और देवघर बाबाधाम मंदिर में पूजा के दौरान उन्हें पत्नेश्वर में पूजा करने का स्वप्न हुआ। इसके बाद वे स्वयं पत्नेश्वर में पूजा के बाद स्वस्थ हुए और यहीं बस गए। अब यहां एक भव्य मंदिर बन गया है। हर साल सावन माह में यहां भक्त ही भगवान की परीक्षा लेते हैं। इस विशेष पूजन में छोटे से शिवलिंग को चारो ओर से घेरकर कई मन दूध तथा गंगा जल से अभिषेक कराया जाता है।
इस आयोजन के दौरान भारी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं। मंदिर कमेटी के लोगों ने इसे पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने के लिए काफी प्रयास शुरु किया है।