नई दिल्ली। भगवान शिव को रिझाने के लिए सबसे उत्तम माना जाने वाला महीना सावन शुरू हो चुका है। यदि कोई भक्त सच्ची श्रद्धा से शिवजी को सिर्फ एक लोटा पानी भी अर्पित करे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसे में इस पवित्र महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के कई उपाय हैं जो इस प्रकार हैं।
शिवपुराण के अनुसार ये उपाय हैं खास
भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है। उनको तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है। जौ चढ़ाने से सुख में वृद्धि होती है और गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है। यह सभी अन्न भगवान शिव को अर्पित करने के बाद बाद गरीबों में बांट देना चाहिए।
शिव को ये रस (द्रव्य) चढ़ाने से मिलते हैं कई फल
बुखार होने पर भगवान शिव को जल चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है। सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जल द्वारा शिव की पूजा उत्तम बताई गई है। तेज दिमाग के लिए भगवान शिव को शक्कर मिला दूध चढ़ाएं। शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से आनंदों की प्राप्ति होती है। शिव को गंगा जल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है। भगवान शिव का शहद से अभिषेक करने से टीबी रोग में आराम मिलता है। यदि शारीरिक रूप से कमजोर कोई व्यक्ति भगवान शिव का अभिषेक गाय के शुद्ध घी से करे तो उसकी कमजोरी दूर हो सकती है।
भगवान शिव को ये फूल चढ़ाने से मिलते हैं ये फल
लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है। चमेली के फूल से भगवान शिव की पूजा करने पर वाहन सुख मिलता है। अलसी के फूलों से शिव की पूजा करने पर मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है। शमी वृक्ष के पत्तों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है। बेला के फूल से पूजा करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है। जूही के फूल से भगवान शिव की पूजा करने पर घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। कनेर के फूलों से भगवान शिव की पूजा करने से नए वस्त्र मिलते हैं। हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है। धतूरे के फूल से शिव पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है। लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजा में शुभ माना गया है। भगवान शिव की दूर्वा से पूजा करने पर उम्र बढ़ती है।