आज से नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। इन नवरात्रों में हर दिन मां को अलग-अलग भोग लगाने का विधान बताया गया है
आज से नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। इन नवरात्रों में हर दिन मां को अलग-अलग भोग लगाने का विधान बताया गया है। आप भी जानिए किस दिन मां भगवती को किस वस्तु का नैवेद्य चढ़ाना चाहिए।
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ये भी पढ़ेः पांच तरह की होती हैं लड़कियां, इस मंत्र के जप से मानेंगी आपकी हर बातनवरात्रि के प्रथम दिन मां को नैवेद्य के रूप में गाय के घी का भोग लगाएं, इससे समस्त बीमारियों से मुक्ति मिलेगी।
नवरात्रि के दूसरे दिन मां को नैवेद्य के रूप में शक्कर चढ़ाने से उम्र बढ़ती है।
नवरात्रि के तीसरे दिन भगवती को नैवेद्य के रूप में दूध चढ़ाने से असमय आए कष्टों से मुक्ति मिलती है।
नवरात्रि के चौथे दिन भगवती को नैवेद्य के रूप में मालपुए का भोग लगाने से बुद्धि तथा प्रज्ञा का विकास होता है।
नवरात्रि के पांचवे दिन मां को नैवेद्य के रूप में केला अर्पण करने से साक्षात सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है।
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ये भी पढ़ेः एक रुपया भी खर्च नहीं होगा और घर में आने लगेगी दिन-दूनी, रात-चौगुनी लक्ष्मीनवरात्रि के छठे दिन भगवती को नैवेद्य के रूप में शहद का प्रसाद चढ़ाने से आकस्मिक आए संकटों से मुक्ति मिलती है।
नवरात्रि के सातवें दिन देवी को प्रसाद के रूप में गुड़ चढ़ाने से बुरे ग्रहों के कारण आए संकट टलते हैं।
नवरात्रि के आठवें दिन मां को नैवेद्य के रूप में नारियल का भोग लगाने से व्यक्ति की समस्त इच्छाएं पूरी होती हैं।
नवरात्रि के नवें दिन भगवती को धान का प्रसाद अर्पण करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है।