लखनऊ , उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपना 3 वर्ष का कार्यकाल
पूर्ण होने के अवसर पर राजभवन में आयोजित एक सम्मेलन में
कार्यवृत्त ‘राजभवन में राम नाईक 2016-17’ का हिन्दी एवं उर्दू भाषा में
लोकार्पण किया।
राज्यपाल ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति निर्वाचित
होने पर बधाई देते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि
प्रधानमंत्री के साथ-साथ नवनिर्वाचित राष्ट्रपति भी उत्तर प्रदेश से हैं।
राम नाईक 1978 से प्रथम बार विधायक निर्वाचित होने से ही जवाबदेही
और पारदर्शिता के मद्देनजर अपना कार्यवृत्त प्रकाशित करते आ रहे हैं।
राज्यपाल ने इससे पूर्व प्रथम वर्ष पूर्ण होने पर ‘राजभवन में राम नाईक
2014-15’ और द्वितीय वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर ‘राजभवन में राम नाईक
2015-16’ नाम से कार्यवृत्त जारी किया था।
तृतीय कार्यवृत्त जारी
करते हुए राज्यपाल ने बताया कि इस वर्ष उन्होंने 5,752 महानुभावों से
राजभवन में भेंट की तथा 54,628 पत्र उन्हें जनता ने विभिन्न माध्यमों से
प्रेषित किए, जिन पर राजभवन द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की गई।
राज्यपाल
ने राजभवन में 55 कार्यक्रमों, लखनऊ में 189 कार्यक्रमों, लखनऊ से बाहर
प्रदेश में 82 कार्यक्रमों, उत्तर प्रदेश से बाहर 32 कार्यक्रमों में सहभाग
किया। कुलाधिपति के रूप में राज्यपाल द्वारा 25 विश्वविद्यालयों के
दीक्षान्त समारोह तथा 6 निजी विश्वविद्यालयों/संस्थाओं के दीक्षान्त समारोह
में शिरकत की गई।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार चाहे किसी भी दल की हो परन्तु वह
राज्यपाल की होती है, इस दृष्टि से पूर्व की अखिलेश यादव की सरकार भी
उनकी थी और वर्तमान योगी आदित्यनाथ की सरकार भी उनकी है। प्रदेश में
सम्पन्न विधान सभा चुनाव 2017 द्वारा नई सरकार का गठन हुआ है।