यदि आप अच्छी सेहत के लिए रोज खाते हैं केला-पपीता तो हो जाएं सावधान
यदि आप सेहत बनाने के लिए फल का सेवन रोज करते हैं, तो हो जाइए सावधान। क्योंकि इनदिनों बाजार में एेसे फल बेचे जा रहे हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचे सकते हैं।
रायपुर. यदि आप सेहत बनाने और बेहतर स्वास्थ्य के लिए फल का सेवन रोज करते हैं, तो हो जाइए सावधान। क्योंकि इनदिनों बाजार में एेसे फल बेचे जा रहे हैं जो आपकी सेहत को फायदा नहीं नुकसान पहुंचे सकते हैं।
बाजार में बेचे जा रहे एेसे फलों की धड़पकड़ के लिए खाद्य विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम ने बुधवार को लालपुर थोक फल मंडी और मालवीय रोड में फल कारोबारियों के यहां ताबड़तोड़ छापे मारे। जहां अधिकारियों ने देखा कि फल कारोबारी खतरनाक केमिकल से रातों-रात फलों को पकाकर बाजार में बेचते हैं।
टीम ने लालपुर के शॉप नंबर 29 और 30 में आशीष फ्रूट कंपनी में पाया कि यहां केले को पकाने के लिए टैगपोन-39 केमिकल का उपयोग पानी के कंटेनर में किया जा रहा था। ये केमिकल पिछले कई वर्षों से प्रतिबंधित है।
छापेमारी के दौरान यह पाया गया कि फूड सेफ्टी अथॉरिटी की ओर से प्रतिबंधित केमिकलों के जरिए फलों को पकाया जा रहा था। यह पहली बार है जब अधिकारियों ने केमिकल से पकाए जा रहे फलों को जब्ती करने का अभियान चलाया। इससे पहले भी छापेमारी हुई थी, लेकिन पक्के सबूतों के अभाव में जब्ती नहीं किया जा सका था। कार्रवाई के दौरान लालपुर फ्रूट मार्केट से 2300 किलो केला, 5500 किलो पपीता और 80 किलो में आम को जब्त किया गया।
तो हो सकती है ये बीमारी
अधिकारियों के मुताबिक प्रतिबंधित केमिकल से पकाए गए फलों को खाने से पेट की बीमारी सहित कैंसर जैसे घातक रोग भी हो सकते हैं। पाचन तंत्र में गड़बड़ी, लीवर, स्किन की बीमारी हो सकती है। इसका उपयोग आम, खीरा, टमाटर और कॉफी के प्लांट के विकास में भी किए जाने की आशंका है।
जारी रहेगी कार्रवाई, चालान पेश करेगा विभाग
खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त अश्विनी देवांगन ने बताया रिक जब्ती की कार्रवाई के बाद खाद्य विभाग संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ चालान पेश करेगा। इन संस्थानों के पास फूड सेफ्टी का एक्ट का लाइसेंस भी नहीं मिला। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।