वहीं प्रथम और दूसरे चरण के बाद फोर्स को तीसरे चरण में 7 मई को होने वाले मतदान के लिए मूवमेंट कराया जा रहा है। साथ ही राज्य के बाॅर्डर के इलाकों में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों को अन्य राज्यों में रवानगी के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है। बता दें कि राज्य में बस्तर, कांकेर और राजनांदगांव में मतदान के बाद चुनावी फोर्स गंतव्य स्थान की ओर रवाना हो रही है। नक्सल प्रभावित इलाकों से उन्हें सुरक्षित वापसी के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है।
वाहन मालिकों को समझाइस
तीसरे चरण के लिए होने वाले मतदान के लिए वाहन उपलब्ध कराने, बस मालिक और ट्रांसपोर्टरों को हिदायत दी गई है। उन्हें वाहनों का फिटनेस और पूरी तरह से जांच कराने के बाद ही भेजने कहा गया है। ताकि मतदान दलों और फोर्स को सुरक्षित रूप से मतदान केंद्रों तक भेजा जा सके। वहीं आपात स्थिति के लिए अतिरिक्त वाहनों का अधिग्रहण कर उन्हें रिजर्व रखा गया है।
इतने वाहनों का अधिग्रहण
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव के लिए कुल 24479 वाहनों का अधिग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे। इसमें से 7904 वाहन मतदान दलों, 5740 सेक्टर, जोनल, प्रेक्षक, उड़नदस्ता और अन्य दलों के साथ ही पुलिस एवं सुरक्षा बलों के लिए 10835 वाहन शामिल है। इन वाहनों को जरूरत के अनुसार तीन चरणों में होने वाले मतदान के लिए अधिग्रहण करने कहा गया था।
वाहनों की व्यवस्था
चुनाव के लिए संबंधित जिलों के आरटीओ और एआरटीओ को वाहनों की व्यवस्था करने कहा गया है। इनका अधिग्रहण कर जरूरत के अनुसार वाहन उपलब्ध कराया जाएगा।