जयपुर में रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल के समर्थन में शनिवार से पीबीएम अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सक भी बेमियादी हड़ताल पर चले गए। इसके चलते पहले दिन ही चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर गई। वार्डों में रेजिडेंट चिकित्सकों की कुर्सियां खाली रहीं और जांच करने वाले भी गायब रहे। ऐसे में मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल में भीड़ भी ज्यादा रही। फोटो नौशाद अली
गंभीर रोगी ही हुए भर्ती हड़ताल के बावजूद आउटडोर में मरीजों की भीड़ रही, हालात को देखते हुए गंभीर रोगियों को ही भर्ती किया गया। उधर सोनोग्राफी, सिटी स्कैन तथा एमआरआई आदि की जांच केवल गंभीर रोगियों की ही हुई। हालांकि, अस्पताल प्रशासन दावा है कि सामान्य दिनों की तरह ही भर्ती-जांच आदि हुई। फोटो नौशाद अली
भर्ती रोगियों की ही जांच अस्पताल के रेडियो डायग्नोसिस विभाग में पहले से ही काम का दबाव अधिक है। जबकि यहां पर रेजिडेंट चिकित्सकों की कमी है। इस वजह से रात तक सिटी स्कैन एवं एमआरआई आदि की जांच की जाती है। हड़ताल के चलते केवल भर्ती मरीजों की ही सोनोग्राफी, सिटी स्कैन एवं एमआरआई की गई। इस विभाग में जांच कार्य का काम रेजिडेंट चिकित्सक ही करते हैं। वरिष्ठ चिकित्सक रिपोर्ट आदि बनाने में ही व्यस्त रहते हैं। जनाना विंग में लगी सोनोग्राफी मशीन पर कोई जांच करने वाला चिकित्सक उपलब्ध नहीं था। यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं को 22 नंबर कक्ष में जांच के लिए भेजा गया। फोटो नौशाद अली
चिकित्सक की खाली कुर्सी। फोटो नौशाद अली