इन चीजों का हो रहा इस्तेमाल
मैंगो शेक बनाने में आमतौर पर दूध, शक्कर और आम लिया जाता है, लेकिन सड़क और ठेलों में मिल रहे शेक में पाउडर और एसेंस व आरारोड का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे शेक स्वादिष्ट तो लग रहा है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए घातक है। वहीं संतरा, अनानास, मौसम्मी, सेव आदि के जूस में ग्लूकोज के नाम पर शैक्रीन व शक्कर मिलाई जा रही है।
४० का जूस २० रुपए में कैसे
विशेषज्ञों के अनुसार एक गिलास मैंगो शेक बनाने में दो सौ ग्राम आम, दूध शेकर का इस्तेमाल होता है। कीमत के हिसाब से २४ रुपए का आम, ३ रुपए की शकर और ५ रुपए का दूध होता है। इस हिसाब से ३२ रुपए का मटेरियल होता है। शेक तैयार करने में बिजली और बर्फ का १ रुपए जोड़कर कीमत ३३ रुपए हो जाती है, फिर मुनाफा भी होता है। ऐसे में गली-कूचों में १० से २० रुपए में मिलने वाला मैंगो शेक कितना गुणवत्तापूर्ण होगा, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
फलों के रेट
आम- १००-१२०
सेव- ११०-१८०
पपीता- ३०
अंगूर- ६०
मौसम्मी- ६०
पाइनेप्पल ८०-१०० पीस
प्रमुख पेय के दाम
मैंगो सेक १०-२०
पपीता शेक ३०
केला शेक ३५
पाइलेप्पल ४०
एप्पल ८०
अंगूर जूस ६०
(एक गिलास जूस की कीमत)
(रुपए प्रति किलोग्राम)
डॉ. अमिताभ जैन बताते हैं कि बाजार में मिलने वाले खुले पेय पदार्थो में मिलाए जाने वाले बगैर ब्रांड के केमिकल शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं। इनके सेवन से उल्टी, दस्त जैसी तकलीफ हो सकती है। समय-समय पर इनकी जांच होनी चाहिए और लोगों को सस्ते पेय पदार्थो से बचना चाहिए।