क्या टीम इंडिया के लिए बोझ बनते जा रहे हैं रवीन्द्र जडेजा?
बांग्लादेश के खिलाफ दो वनडे में लगातार हार के बाद ऑलराउडंर रवीन्द्र जडेजा सर्वाधिक निशाने पर हैं
नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ दो वनडे में लगातार हार के बाद भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और ऑलराउडंर रवीन्द्र जडेजा सर्वाधिक निशाने पर हैं। जडेजा न रन बना पा रहे हैं और न विकेट ले पा रहे हैं लेकिन धोनी का भरोसा उन पर कायम है। हालांकि गाहे-बगाहे वे जडेजा के प्रदर्शन की आलोचना भी करते रहे हैं लेकिन अभी वे जडेजा का खुलकर पक्ष ले रहे हैं।
दूसरे वनडे में हार के बाद धोनी से जब जडेजा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहाकि, हर अंतरराष्ट्रीय मैच में फिफ्टी लगाना आसान नहीं होता है। अब तक हमारा टॉप ऑर्डर अच्छी फॉर्म में था जिसके चलते निचले बल्लेबाजों को मौका नहीं मिला। अब इन दो मैचों में ऎसा मौका था लेकिन इनके आधार पर उसकी बल्लेबाजी की तुलना करना मुश्किल है। जहां तक गेंदबाजी की बात है तो मैं उससे शुरूआती 10 ओवर में गेंदबाजी नहीं कराता। इसके बाद उसने हमारे लिए लगातार अच्छी गेंदबाजी की है फिर चाहे वो बैटिंग पावरप्ले हो या स्लॉग ओवर्स हो।
फिफ्टी बनाए एक साल होने को आया
धोनी भले ही जडेजा का पक्ष ले लेकिन आंकड़ें उनकी पोल खोेलते दिखते हैं। पिछले साल सितम्बर में इंग्लैण्ड के खिलाफ 87 रन की पारी के बाद से वे एक भी फिफ्टी नहीं लगा पाए हैं। इसके बाद खेले गए 16 वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 33 रन है। जबकि गेंदबाजी भी यही हाल इंग्लैण्ड के खिलाफ ही उन्होंने 28 रन देकर चार विकेट झटके थे। इसके बाद वर्ल्ड कप में भी जडेजा अपने कद के हिसाब से गेंदबाजी नहीं कर पाए। हालांकि यह बात भी आती है कि वर्ल्ड कप में तेज गेंदबाजों का दबदबा था लेकिन आर अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से खासा प्रभावित किया था।
अक्षर, कर्ण पेश कर रहे हैं चुनौती
इस टूर्नामेंट के दौरान ही वेस्ट इंडीज के खिलाफ मैच के बाद धोनी ने जडेजा को गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी के लिए लताड़ा था। उन्होंने कहा था कि, उसे सुधार करने की जरूरत है। हमें उसमें काफी विश्वास है लेकिन खेल आप सिर्फ उम्मीदों के सहारे नहीं खेल सकते। मैदान पर आपको प्रदर्शन चाहिए होता है। लेकिन इसके बाद भी जडेजा के प्रदर्शन में सुधार नहीं दिखा। कंधे में चोट के बाद से जडेजा अपने पहले वाले प्रदर्शन की छाया मात्र बनकर रह गए हैं। उनके लिए अब समय बीतता जा रहा है क्योंकि अक्षर पटेल और कर्ण शर्मा जैसे युवा स्पिन ऑलराउंडर टीम इंडिया के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं।
Home / Uncategorized / क्या टीम इंडिया के लिए बोझ बनते जा रहे हैं रवीन्द्र जडेजा?