किर्वी ने कहा, ‘कोई राष्ट्र अपनी जरूरतों के हिसाब से रक्षा जरूरतों पर फैसला करने के लिए स्वतंत्र है और यह पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा करता है।’ उन्होंने यह टिप्पणी उस सवाल के जवाब में की, जिसमें पूछा गया कि अगर पाकिस्तान लड़ाकू विमान चीन से खरीदता है, तो क्या इससे पाकिस्तान के साथ अमरीका के संबंधों में खटास पैदा होगी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह अमरीकी कांग्रेस ने पाकिस्तान के साथ हुए एफ-16 सौदे में अमरीकी सरकार द्वारा सब्सिडी देने से इनकार कर दिया था।