इसे भी पढ़ें जौनपुर में चोरी के आरोप में तीन युवकों को नंगा करके पीटा गया, वीडियो वायरल होने के बाद सक्रिय हुई पुलिस बता दें कि आजमगढ़-मऊ मुख्य मार्ग पर जमुड़ी में सितंबर 2016 में राजकीय इंटर कालेज का निर्माण शुरू हुआ था। उस समय लगा कि अब शिक्षा के लिए दूर तक भटकना नहीं होगा। खासतौर पर छात्राओं में शिक्षा को लेकर काफी उम्मीद जागी। उस समय कहा गया कि भवन निर्माण मार्च 2018 तक पूरा हो जाएगा लेकिन कुछ दिन बाद ही निर्माण बंद हो गया।
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जबकि इस भवन को बनाने के लिए तीन करोड़ 26 लाख 85 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था। इस धन से कालेज मार्च 2018 तक पूरा किया जाना था, जो आज भी पूरा नहीं हो सका। राजकीय इंटर कालेज के भवन तो बने है, लेकिन आधे अधूरे। हालत यह है कि तीन साढ़े तीन करोड़ रूपये बर्बाद हो रहे है। अधिकारी आज तक यह जानने की जमहत भी नहीं उठाए कि कार्यदायी संस्था के लोग काम क्यों नहीं कर रहे है। डीआईओएस तो यह भी नहीं बता पाए कि कार्यदायी संस्था है कौन सी। इसी से अधिकारियों की विकास के प्रति संवेदनशीलता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जबकि इस भवन को बनाने के लिए तीन करोड़ 26 लाख 85 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था। इस धन से कालेज मार्च 2018 तक पूरा किया जाना था, जो आज भी पूरा नहीं हो सका। राजकीय इंटर कालेज के भवन तो बने है, लेकिन आधे अधूरे। हालत यह है कि तीन साढ़े तीन करोड़ रूपये बर्बाद हो रहे है। अधिकारी आज तक यह जानने की जमहत भी नहीं उठाए कि कार्यदायी संस्था के लोग काम क्यों नहीं कर रहे है। डीआईओएस तो यह भी नहीं बता पाए कि कार्यदायी संस्था है कौन सी। इसी से अधिकारियों की विकास के प्रति संवेदनशीलता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
By Ran Vijay Singh