5 हजार लोगों को सामने हुई 3 लोगों की हत्या
एक टीवी चैनल से बात करते हुए बेगुसराए के पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि जिस वक्त भीड़ तीनों अपराधियों को मार रही थी, मौके पर पांच हजार से अधिक लोग मौजूद थे। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान कुंभी गांव निवासी मुकेश महतो और बौना सिंह तथा रोसड़ा के हीरा सिंह के रूप में की गई है। इसमें मुकेश महतो एक कुख्यात बदमा था। जिले में उसके खिलाफ करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी सिंटू झा की लापरवाही सामने आई, इस कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
छात्रा को अगवा करने आए थे 4 बदमाश
स्थानीय पुलिस के अनुसार, नारायणीपर गांव के गोरिया धर्मशाला के पास नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार की दोपहर चार की संख्या में बदमाश आ धमके और स्कूल की एक छात्रा के विषय में पूछताछ करने लगे। इसी दौरान कहा जा रहा है कि अपराधियों ने एक छात्रा को अगवा करने की कोशिश की। इसी बीच वहां से गुजर रही पांच-छह महिलाओं को स्कूल में शोरगुल सुनाई दिया और हथियार से लैस अपराधियों को देख महिलाएं शोर मचाने लगीं। शोर सुन अन्य ग्रामीण इकठ्ठा हो गए और भाग रहे तीन बदमाशों को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी। एक बदमाश भागने में कामयाब रहा।
तीन बदमाशों को भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भीड़ की अत्याधिक पिटाई से एक बदमाश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाते जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान कुंभी गांव निवासी मुकेश महतो और बौना सिंह तथा रोसड़ा के हीरा सिंह के रूप में की गई है।
गांव में कैंप कर रही पुलिस
मंझौल के पुलिस उपाधीक्षक सूर्यदेव कुमार ने बताया कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लिया। गांव का माहौल तनावपूर्ण होने की वजह से पुलिस गांव में कैम्प कर रही है।