25 हजार रुपए के कर्ज के लिए सिद्धार्थ संघवी की हुई हत्या
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को सरफराज शेख को भोईवाड़ा की मेट्रोपोलिटन कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी युवक ने बताया है कि वो लूट के इरादे से सिद्धार्थ के घर में घुसा था, लेकिन उससे गलती हो गई जो उसने सिद्धार्थ की हत्या कर दी। आपको बता दें कि पुलिस ने सरफराज शेख को सिद्धार्थ के कत्ल के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि सरफराज के सिर पर बाइक का 35 हजार रुपये का कर्ज था। इसी वजह से उसने सिद्धार्थ की हत्या कर दी।
आरोपी सरफराज को 19 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेजा गया है
कोर्ट में दिए बयान में सरफराज ने कहा है, ‘जो हुआ वो गलत हुआ सर, ये खून मैंने ही किया है, मुझ पर गाड़ी की किश्त और पैसे का दबाव था और मैं देखता था उनको (सिद्धार्थ) उपर-नीचे जाते। सरफराज शेख को 19 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। पुलिस ने भी बताया है कि EMI के पैसे चुकाने के लिए आरोपी सरफराज़ ने संघवी को चाकू से गोद डाला। मुंबई पुलिस का साफ़ कहना है कि जब सिद्धार्थ संघवी ने पैसे देने से इनकार किया तो आरोपी सरफ़राज़ शेख ने धारदार हथियार से हमला कर सिद्धार्थ को लहूलुहान कर दिया।
आरोपी को धरने में पुलिस को नहीं हुई दिक्कत
सरफराज को पकड़ने में पुलिस को दिक्कतों का इसलिए सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि उसने सिद्धार्थ संघवी के घरवालों को फिरौती के लिए सिद्धार्थ के ही फोन से कॉल किया। सरफराज़ ने सिद्धार्थ का सिम कार्ड निकालकर फोन में अपना सिम कार्ड डाला था, जिसके बाद पुलिस के लिए आरोपी को पकड़ना आसान हो गया।
5 सितंबर को सिद्धार्थ संघवी की हुई थी हत्या
आपको बता दें कि एचडीएफसी बैंक के वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ संघवी का शव बीते 5 सितंबर को मुंबई के कल्याण के हाजी मलंग इलाके में मिला था। सरफराज अक्सर कमला मिल्स के ऑफिस में आता रहता था। इसलिए उसे वहां मौजूद सीसीटीवी की लोकेशन के बारे में भी अच्छी तरह से जानकारी थी, जिससे बचते हुए उसने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी सरफराज़ शेख के खिलाफ हत्या और कत्ल का मुकदमा दर्ज कर लिया है।