तो वहीं शपथ ग्रहण करने वाले न्यायाधीशों में मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजय किशन कौल, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नवीन सिन्हा, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपक गुप्ता, केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मोहन एम शांतनागोदर और कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।
उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों के 31 पद हैं, लेकिन गुरुवार तक इसके 8 पद खाली थे। अब 5 नए न्यायाधीशों के शपथ लेने के साथ ही इसमें कुल 28 न्यायाधीश हो गए। जिसके बाद भी अभी 3 पद रिक्त हैं।
गौरतलब है कि ऐसे मामले कम ही होते है जब उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश न होने के बावजूद किसी जज को पदोन्नत देकर सर्वोच्य न्यायलय के जज के रुप में नियुक्त किया गया है। लेकिन कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस अब्दुल नजीर को यह मौका दिया गया है। तो वहीं इससे पहले 1998 में दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश आर सी लाहोटी को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था।