इस बार Chandra Grahan वाले दिन एक खास योग बना रहा है जो कि 7 अगस्त को पड़ेगा. India में जब भी कोई ग्रहण पड़ता है तो यहां के लोगों में दहसत का माहौल बन जाता है। इस बार चंद्रग्रहण रक्षा बंधन वाले दिन एक खास योग बना रहा है। Sawan के आखिरी सोमवार यानि 7 अगस्त को चंद्रग्रहण पूर्णिमा के दिन ही लगेगा। ज्योतोषियों के अनुसार ये योग 9 साल के बाद पड़ रहा है। जिसमे कुछ अजब से संयोग बन रहे है।
9 सालो के बाद रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण लगेगा। लखनऊ के पंडित मिश्रा जी के अनुसार यह एक ऐसा योग है जिसमे ग्रहण और भद्रा भी बीच में पड़ रहा है इसलिए Raksha Bandhan के लिए बहुत कम समय मिल रहा है। रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण के साथ भद्रा का भी साया रहेगा, जिसके चलते बहनो को भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए केवल 2 घंटे 47 मिनट तक का ही समय मिलेगा।
ज्योतिषित गणना के अनुसार पंडित जी बताते है की रक्षाबंधन पर सोमवार को ग्रहण रात्रि 10.33 बजे से शुरु होगा जो रात्रि में 12.48 बजे समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर 1.40 मिनट से शुरु हो जाएगा। शास्त्रो के अनुसार सूतक तथा भद्राकाल में भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांधी जाती।
अगस्त की दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर सूतक लग जाएगा और भद्रा काल सुबह 11 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। जिसके चलते सुबह 11 बजकर 30 से दोपहर के 1 बजकर 39 मिनट के बीच रक्षाबंधन के लिए सही समय माना गया है।