लखनऊ ,किसी ने खूब ही कहा कि ‘बिन गुरु ज्ञान नहीं’ होता जीवन में एक ना एक ‘गुरु’ जरुर होता है जो हमे हमारे जीवन में आने वाली परेशानियों से लड़ने की दिशा बताते है और उन मुशीबत के समय हमारे साथ खड़े रहते है| गुरु जो शिक्षा के साथ –साथ सही मार्ग बताते है अगर हम लोग गुरु की परिभाषा दे तो ना जाने कितने जन्म बीत जायेगे लेकिन गुरु की महानता कम नहीं होगी | पंडित शक्ति मिश्रा ने बताया कि आषाढ़ –मास की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा मनायी जाती है और इस दिन को खास ‘गुरु पूर्णिमा’ के नाम से जाना जाता है | क्योकि इस दिन महाभारत की रचना करने वाले ‘कृष्ण दैपयान व्यास ‘का जन्म हुआ था वे बहुत बड़े विद्वान थे और अपनी ज्ञान कुशलता के चलते हमारे चारों – वेदों की रचना की थी | इसी लिए ‘कृष्ण दैपयान व्यास ‘को ही वेदव्यास भी कहते है और इसी नाम से इनको हमारे शास्त्रों में जाना जाता है इसीलिए आज के खास दिन शहर में घरों में , स्कूलों में , गुरु जनों की पूजा –अर्चना होती है और उनसे छात्र-छात्राए आशीर्वाद लेते है | गुरु पूर्णिमा पर अपने अपने गुरुजी का आशीर्वाद लेने जरुर जाएं, पहले उनकी पूजा करे फिर गुरु की राशि के अनुसार भेंट दें, और गिफ्ट अपनी योग्यता अनुसार दे और आशीर्वाद ले यह दान आप को जीवन में उन्नति व समृद्धि प्रदान करेगा। आप किसी मोड़ पर भी होगे आप की रक्षा करेगा | पंडित शक्ति मिश्रा ने बताया कि मेष राशि वाले गुरु को अन्न के साथ मूंगा दान करें। वृषभ राशि वाले चांदी का दान करें। मिथुन राशि वाले शॉल का दान करें। कर्क राशि वाले चावल दान करें। सिंह राशि वाले पंच धातु से बनी सामग्री दान करें। कन्या राशि वाले डायमंड का दान करें। तुला राशि वाले कम्बल का दान करें। वृश्चिक राशि वाले माणिक का दान करें। धनु राशि वाले स्वर्ण का दान करें। मकर राशि वाले पीला वस्त्र उपहार में दें। कुंभ राशि वाले सफेद मोती दान करें। मीन राशि वाले हल्दी के साथ चने की दाल दान करें।