पाकिस्तान के साथ बढ़ते टकराव और चीन की कपटी चाल की वजह से भारत के लिए ये डील बहुत जरूरी है। सबसे खास बात ये भी है कि ओबामा भारत से अच्छी दोस्ती निभा रहे हैं, इस वजह से ही इस डील को उनके कार्यकाल के दौरान पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि ओबामा सरकार की विदेश नीति का रुझान एशिया की तरफ ही रहा है। इसमें भी खासकर भारत को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। इसका उदाहरण ये भी है कि अमरीका ने भारत को हथियार देने में रूस को पीछे छोड़ दिया है।
खबरों में ये भी बताया जा रहा है कि इस डील को जल्द पूरा करने के पीछे की वजह डोनाल्ड ट्रंप हैं। ट्रंप अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में अगर जीत जाते हैं तो भारत के संबंधों पर असर पड़ सकता है। अगर ऐसा होता है तो एशिया में चीन सबसे ज्यादा प्रभावशाली बन सकता है।