कोटा

सर्जन बोले- खाना खाकर सोने से तेजी से बढ़ता वजन, कमर और घुटनों का दुशमन

दिनभर बेतरतीब बैठना-उठना, खाना और सोने से व्यक्ति का वजन तेजी से बढ़ाता है। वजन कमर एवं घुटनों का दुश्मन है।

कोटाApr 17, 2017 / 11:22 am

shailendra tiwari

हर साल अमरीका में 10, भारत में 30 फीसदी नी रिप्लेसमेंट
भारत में लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं हैं। यही वजह है कि हर वर्ष नी रिप्लेसमेंट के मामलों में 30 फीसदी बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा आर्थिक वजह भी मुख्य कारण है। 
हर व्यक्ति आसानी से एक-डेढ़ लाख रुपए खर्च नहीं कर सकता, जबकि अमरीका में यह आंकड़ा मात्र 10 फीसदी है। इसका कारण वहां लोगों में जागरूकता का होना है। साथ ही, वे लोग आर्थिक दृष्टि से भी समक्ष हैं। यह कहना है नई दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के हिप एण्ड नी ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. चंद्रशेखर यादव का। 
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने आए डॉ. यादव ने राजस्थान पत्रिका से बातचीत में कहा कि घुटनों एवं जोड़ों को स्वस्थ्य रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज एवं चलना जरूरी है। इसके अलावा हर जोड़ के लिए अलग एक्सरसाइज होती है। 
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हजारों फीट ऊंचाई पर किए ऑपरेशन 

डॉ. यादव हजारों फीट ऊंचाई पर बसे लेह-लद्दाख में भी नी एवं हिप रिप्लेसमेंट कर चुके हैं। उन्होंने अब तक 66 रिप्लेसमेंट किए। इनमें 60 घुटनों एवं 6 कूल्हों के थे। कारगिल में जाकर भी वे रिप्लेसमेंट कर चुके हैं। इस उपलब्धि के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है। उन्होंने बताया कि इतनी ऊंचाई पर हमें ऑपरेशन थिएटर मिला न संसाधन। एेसे में संसाधन दिल्ली से लेकर जाना पड़ा। पहाड़ी क्षेत्र होने एवं मांसाहार के सेवन की वजह से वहां के लोगों में घुटने संबंधी बीमारियां ज्यादा होती हैं।
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ज्यादा वजन हानिकारक

डॉ. यादव ने बताया कि चकाचौंध एवं व्यस्त जिंदगी में हम खुद के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतने लगे हैं। दिनभर बेतरतीब बैठना-उठना, खाना और सोने से व्यक्ति का वजन तेजी से बढ़ाता है। वजन कमर एवं घुटनों का दुश्मन है। दिल के रोग, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर समेत कई गंभीर बीमारियों का कारण भी यही है। उन्होंने कहा कि फास्ट फूड से बचें और रोजाना 4 से 5 किलोमीटर चलें।
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