जयपुर

धीमी गति से अधूरी न रह जाए जयसमंद बांध भरने की उम्मीद

10 किलोमीटर लम्बे फीडर चैनल की खुदाई का कार्य मानूसन पूर्व पूरा होने पर संशय है। एेसे में जयसमंद बांध भरने की उम्मीद इस बार भी अधूरी रह सकती है। मानसून के आगमन में मात्र डेढ़ माह बाकी है और चैनल खुदाई का कार्य आधा भी नहीं हुआ है।

जयपुरApr 24, 2016 / 04:56 pm

बारा वीयर से जयसमन्द बांध तक 10 किलोमीटर लम्बे फीडर चैनल की खुदाई का कार्य मानूसन पूर्व पूरा होने पर संशय है। एेसे में जयसमंद बांध भरने की उम्मीद इस बार भी अधूरी रह सकती है। मानसून के आगमन में मात्र डेढ़ माह बाकी है और चैनल खुदाई का कार्य आधा भी नहीं हुआ है।

जल संसाधन विभाग ने बारा वीयर से जयसमन्द बांध तक चैनल खुदाई कार्य गत फरवरी में शुरू कराया था। यह कार्य 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अप्रेल माह के अंत तक मात्र चार किलोमीटर चैनल खुदाई कार्य ही हो सका है।

किसान बन रहे रोड़ा


चैनल खुदाई कार्य में बांध के आस-पास के किसान ही रोड़ा बने हुए हैं। दरअसल, किसानों ने चैनल की पटरी सहित आस-पास के क्षेत्र में प्याज की बुवाई की है। इससे चैनल से शिल्ट निकासी कार्य प्रभावित हो रहा है।

हालात यह है कि नहर से निकली मिट्टी को भी फेंकने के लिए किसान रास्ता नहीं दे रहे हैं। गत दिनों किसानों के विरोध के चलते चैनल खुदाई कार्य करीब एक पखवाड़ा बंद रहा था। अब फिर पोकलेन आदि को खड़ा करने की समस्या आ रही है।

… तो करना पड़ेगा इंतजार

मानसून से पहले चैनल खुदाई कार्य पूरा नहीं होने की सूरत में शहरवासियों को बांध भरने का इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, बारिश के दिनों में हादसे की आशंका के चलते चैनल खुदाई कार्य बंद रखना होगा। एेसे में कार्य के अधूरा रहने पर बांध में पानी की आवक भी प्रभावित होगी।

प्रकाशचंद शर्मा सहायक अभियंता जल संसाधन विभाग अलवर ने बताया कि ग्रामीण मशीन को खड़ा करने तक की जगह नहीं दे रहे हैं। इसके कारण चैनल खुदाई कार्य की रफ्तार कुछ धीमी है। मामले में स्थानीय विधायक सहित जनप्रतिनिधियों से सहयोग मांगा जाएगा।
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