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होशंगाबाद

नोटबंदी का असर-  चाय-पान की दुकानों पर ई-पेमेंट की सुविधा

छोटे व्यापारियों ने शुरू की ई भुगतान की व्यवस्था, हालांकि अभी चुनिंदा दुकानों पर ही सुविधा

होशंगाबादDec 05, 2016 / 11:49 am

Sanket Shrivastava


होशंगाबाद।
केंद्र सरकार के नोटबंदी की घोषणा के बाद शुरू हुई नकदी की समस्या से निपटने के लिए छोटे-छोटे दुकानदार भी टेक्नोलॉजी के साथ हो लिए हैं, चाय-पान की दुकानों पर भी ई-पेमेंट की सुविधा शुरू हो गई है। हलांकि एेसे दुकानदारों की संख्या सीमित है लेकिन इसकी शुरुआत हो चुकी है। लोगों में भी ई पेमेंट का क्रेज़ भी बढ़ा है। यही कारण है कि अब छोटे विक्रेताओं ने भी ई पेमेंट का स्वीकार कर लिया है। हालांकि कुछ बड़े व्यापारी ई पेमेंट को लेकर अभी भी कतरा रहे हैं। वहीं उपभोक्ताओं में भी अभी ई पेमेंट को लेकर कई भ्रांतियां हैं। इसके चलते वे ऑनलाइन बैंकिंग या ई-पेमेंट की सुविधा नहीं शुरू कर रहे हैं।

चाय की दुकान पर लगा लिया पेटीएम



हलवाई चौक स्थिति टी स्टाल के संचालक महेन्द्र ठाकुर ने अपनी दुकान पर पेटीएम लगवा लिया है। अब दुकान पर आने वाले ग्राहक पेटीएम से ही चाय और गुटके का ई पेमेंट कर रहे हैं। हालांकि अभी ऐसा करने वाले ग्राहकोंं की संख्या 30 प्रतिशत ही है लेकिन महेन्द्र बताते हैं कि लोगों में इसके प्रति रुझान बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में ज्यादा लोग इसका उपयोग करेंगे।

होटल पर भी नहीं हो रही परेशानी

सतरस्ते स्थित चौकसे होटल पर अब लोगों को खुल्ले पैसे के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है। दरअसल होटल संचालक रोहित चौकसे ने होटल में पेटीएम की व्यवस्था शुरू की है। इस वजह से अब अधिकतर ग्राहक पेटीएम का ही उपयोग कर रहे हैं। चौकसे ने बताया कि होटल पर आने वाले 40 प्रतिशत ग्राहक इसका उपयोग कर रहे हैं।

पतंग और मांजे में भी नई टैक्नालॉजी



अमर चौक के पास मेन रोड पर पतंग और मांजा बेचने वाले जमीर खान ने भी पेटीएम लगाया है। अब दुकान पर आने वाले युवा इसका उपयोग कर रहे हैं। हालांकि दुकान पर अधिकतर बच्चों का ही आना होता है लेकिन यहां आने वाले बड़े खरीददार इसका उपयोग कर रहे हैं।

एेसे शुरू करें ई-पमेंट



इसके लिए पेटीएम के टोल फ्री नंबर पर फोन कर अपनी दुकान पर लगवाया जा सकता है। दुकानदार को एक बार कोड मिलता है, जिसे स्कैन करने पर भुगतान दुकान संचालक के पेटीएम पर पहुंच जाता है। इसकी राशि बैंक खाते में ट्रांसफर भी की जा सकती है।

कम है जागरुकता

शहर में करीब 10 हजार छोटे बड़े दुकान संचालक हैं। इसमें से केवल दो फीसदी के पास ही ई-पमेंट की सुविधा है। यहां तक कि शहर के कुछ पेट्रोल पंप, बड़े होटलों में भी ई-पमेंट की सुविधा अभी शुरू नहीं हो पाई है। हलांकि नोटबंदी के ई-पमेंट करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

इनका कहना………..

– लोगों को ई पेमेंट करना चाहिए इसमें कोई समस्या नहीं है। ई पेमेंट से कई तरह की परेशानी अपने आप दूर हो जाती है। दुकानदारों को भी कैश की जगह कैशलेस व्यापार को बढ़ावा देना चाहिए।
आरके त्रिपाठी, लीड बैंक मैनेजर
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