हारुन आतंकवादी संगठन के लिए फंड एकत्रित करने के अलावा लोगों को भर्ती भी करता था। बाद में उसे विस्तृत पूछताछ के लिए फ्लाइट के जरिए जयपुर ले जाया गया। इससे पहले एटीएस ने गत फरवरी में मेलापुर निवासी मोहम्मद इकबाल को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में उजागर हुआ था कि कुछ लोग आईएस को फंड भेजने के लिए शहर में अपने संपर्क सूत्रों का उपयोग करते थे और हारुन भी उनमें से एक था। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ था कि इकबाल ने मन्नाड़ी निवासी करीमुल्लाह और रिया तथा त्रिपलीकेन निवासी तौसीफ के जरिए अहमद नाम के व्यक्ति को फंड दिया जिसे उसने आईएस के सीरिया स्थित मुख्यालय को भेजा था।
यह भी पता चला कि इकबाल ने इससे पहले चीन की करेंसी वाले 50 हजार की रकम भेजी थी। उसने पिछले वर्ष अपने बैंक खाते से एक एजेंट के जरिए भारी रकम देने के लिए इराक जाने की भी योजना बनायी थी। इकबाल से मिली सूचना के आधार पर हारुन की गतिविधियों पर एक सप्ताह से निगरानी रखने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।