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रतलाम

स्मार्ट फोन यूजर है, तो सावधान हो जाइए

घंटों चेटिंग से बन रहा बीमारी का कारण, गर्दन व रीढ़ की हड्डी पर हो रहा असर

रतलामMay 01, 2016 / 06:57 pm

vikram ahirwar

Smart, Phone, User, Careful

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रतलाम। यदि आप स्मार्ट फोन यूजर है, तो अब सावधान हो जाइए। इसका लगातार उपयोग करने से यह अब बीमारी का सबब बनता जा रहा है। इसे चलाने वाले लोग अब गर्दन व रीढ़ की हड्डी के दर्द से परेशान हो चले हैं। इस बीमारी का कारण सिर्फ एक है, कि लगातार चेटिंग के दौरान मैसेज टाइप करते समय लंबे समय तक गर्दन का झुकना, जिसके चलते गर्दन से लेकर कमर व रीढ़ की हड्डी तक यह दर्द दे रहा है।

जाने अनजाने इस बीमारी की चपेट में सबसे अधिक युवा व बच्चें आ रहे है। कारण सबसे ज्यादा उन्हीं के द्वारा इसका इस्तेमाल करना है। फेसबुक, व्हाटसएप, ट्वीटर सहित मोबाइल में ढेऱों एप्लीकेशन आ गई है। इनके लगातार उपयोग करने से यह हालत बन रहे हैं। चिंताजनक बात यह है कि सबसे ज्यादा असर कम उम्र के बच्चों पर होना है, क्योंकि या तो वह मोबाइल में गेम खेलतेे है या फिर अन्य एप्लीकेशन को चलाते है, जिससे उनकी गर्दन हमेशा झुकी रहती है।

टेक्स्ट नेक सिंड्रोम
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार लगातार मोबाइल पर मैसेज टाइप करने से टेक्स्ट नेक सिंड्रोम नामक बीमारी होती है। इसका समय पर उपचार नहीं कराने से सर्जरी की नौबत आती है। दिन में अधिकतम तीन घंटे तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से यह बीमारी पनपती है। कारण है एक ही है कि लगातार गर्दन के झुकने से उसका असर रीढ़ की हड्डी पर पढ़ता है।

एेसे बच सकते है बीमारी से
– मोबाइल पर लगातार पांच मिनट से ज्यादा समय तक नजर न गढ़ाए।
– प्रतिदिन करीब 45 मिनट तक योग करे।
– गर्दन, कमर व रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाए।
– बढ़ा मैसेज टाइप करने के लिए कम्प्यूटर का उपयोग करे।
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