यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कश्मीर मुद्दे पर कहा कि आज के समय में यदि आप अलगाववादियों से वार्ता करने की बात भी करते हैं तो आपको राष्ट्रद्रोही कहा जाता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसका मतलब यह है कि अटलजी भी देशद्रोही थे?
इसके साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को राष्ट्रवादी बताया आैर कहा कि उपचुनाव चल रहे थे तो पता नहीं कि किस संदर्भ में उन्होंने ये बात कही है। गौरतलब है कि फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जो युवक पत्थरबाजी कर रहे हैं, उनका पर्यटन से कोर्इ लेना-देना नहीं है। वे सब देश के लिए कर रहे हैं। वे अपना जीवन कुर्बान कर रहे हैं जिससे समस्या का समाधान निकले।
हम आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा ने हमेशा ही अलगाववादियों से बातचीत का समर्थन किया है। बुरहान वानी की मौत के बाद सिन्हा के नेतृत्व में ही सैयद अली शाह गिलानी से मुलाकात की गर्इ थी।