scriptman work like a machine but there is need to change | मशीनी इंसान बनकर भी जीना पारंपरिक ढंग से होगा: प्रिंस चार्ल्स | Patrika News

मशीनी इंसान बनकर भी जीना पारंपरिक ढंग से होगा: प्रिंस चार्ल्स

locationजयपुरPublished: Nov 15, 2018 02:35:14 pm

Submitted by:

manish singh

ब्रिटेन के शाही परिवार के 69 वर्षीय प्रिंस चाल्र्स ने कहा है कि आज का समय आधा मशीन और आधा इंसान जैसा हो गया है। पहले मशीनें जिंदगी का हिस्सा होती थीं लेकिन अब मशीनें जिंदगी बन गई हैं।

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ब्रिटेन के शाही परिवार के 69 वर्षीय प्रिंस चाल्र्स ने कहा है कि आज का समय आधा मशीन और आधा इंसान जैसा हो गया है। पहले मशीनें जिंदगी का हिस्सा होती थीं लेकिन अब मशीनें जिंदगी बन गई हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बारे में सोचना होगा जिसका प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि वे इस बात से निराश हैं कि कैसे मनुष्य मशीनों से बात करने में व्यस्त है और इसके अलावा उसे कोई सुध नहीं है। मुझे सबसे कठिन लगता है कि मनुष्य मशीनों पर आश्रित हो गया है जो मानव सभ्यता के लिए किसी तरह से ठीक नहीं है।

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