लखनऊ.एक बेटी जो रात के समय इत्मीनान से सफर कर रही थी की उसके माता-पिता उसके साथ है उसके साथ कुछ गलत नहीं हो सकता? मगर उसका यह वहम पुलिस अनदेखी के कारण टूट गया। पिता के सामने बेटी और मां बलात्कार हुआ। एक बेटी जो बाढ़ आने के कारण घर से बेघर हो गई, पनाह मिला तो उसको यौन शोषण भी झेलना पड़ा। बनारस की इस बेटी के दर्द से शिव नगरी वाराणसी शर्मशार हो गया। यह कुछ वारदात हैं महिलाओं के साथ होने वाले यौन हिंसा की लेकिन उत्तर प्रदेश में रोजाना हर घंटे तीन ऐसे मामले सामने आते हैं।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ यौन हिंसा की घटना बढ़ती जा रही ही। एनसीआरबी के रेकॉर्ड देखें तो इस बात का खुलासा हो जाता है की उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए कितना सुरक्षित है? उत्तर प्रदेश में महिलाओं की इज्जत को लेकर पिछले दिनों बीजेपी और बसपा ने खूब प्रदर्शन किया और काफी चिल्लाया। मगर हकीकत यह है की यूपी में किसी महिला के साथ रेप होता है तो अखिलेश सरकार उस महिला के परिवार को मुआवजे की पेशकश करती है। महिला संगठनों का कहना है की इससे शर्मनाक घटना कुछ और नहीं हो सकती। जहां महिलाओं को न्याय ना मिले, सुरक्षा ना मिले वहां मुआवजा देकर उनका मुंह बन्द किया जाता है।
यह है मुआवजे के खेल
केस 1- जुलाई 2016 बुलंदशहर में मां-बेटी के साथ गैंगरेप, परिवार के साथ लूट
मुआवजा- रेप पीड़िताओं को तीन तीन लाख रुपए और एक-एक फ़्लैट
केस 2- जनवरी 2015 में बदायूं के थाने में रेप और नाबालिग लड़की से बलात्कार
मुआवजा- पीड़ित को पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद
केस 3- जून 2014 बदायूं में दो बहनों के साथ बलात्कार के बाद हत्या
मुआवजा – परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद
केस 4-नोएडा में युवती के साथ बलात्कार के बाद हत्या
मुआवजा-परिजनों को 15 लाख की पेशकश और एक नौकरी
महिलाओं के साथ हुई यह हिंसा
दरिन्दगी की शिकार हुई महिला, लॉ की छात्रा गौरी, 12वीं की छात्रा कांड, विभूतिखंड में महिला हत्याकांड। ये राजधानी की वो महिलाएं एवं युवड़कियां थीं, जो बेरहम कातिलों की भेंट चढ़ गईं। किसी को बहाने से रिश्ते वाले ने मार दिया तो किसी को अगवा कर गैंगरेप के बाद कत्ल कर दिया गया तोकिसी के टुकड़े-टुकड़े कर उसकी लाश सुनसान इलाके में फेंक दिया गया।
केस नंबर एक: 15 जनवरी 2016 को मड़ियांव के गायत्री नगर में विवाहिता सुरूची पांडेय की हत्या।
केस नंबर दो: 27 जनवरी 2016 को वीआईपी रोड के करीब आजादनगर स्थित फौजी कॉलोनी निवासी बुजुर्ग दंपत्ति कृष्ण दत्त पांडेय एवं माधुरी पांडेय की घर में हत्या।
केस नंबर तीन: 15 फरवरी 2016 को जानकीपुरम निवासी 12वीं की छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या।
केस नंबर चार: 25 फरवरी 2016 को आशियाना इलाके में एक गर्भवती महिला लक्ष्मी की हत्या।
केस नंबर पांच: 26 फरवरी 2016 को अलीगंज क्षेत्र निवासी इंद्रेश कटियार ने अपनी बूढ़ी मां शकुन्तला को मार डाला।
केस नंबर छह: 01 मार्च 2016 को गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पास एक गर्भवती मिला को उसी के पति ने मार डला।
यह है सनसनीखेज वारदातों की बानगी
राजधनी में पिछले साल कई दुष्कर्म के मामले सामने आये। इन घटनाओं ने लखनऊ की मानवता को शर्मसार किया। नफासत के लिए पूरी दुनिया में पहचाने जाने वाले शहर में बहू-बेटियां घर की दहलीज में ही सुरक्षित नहीं हैं। अधिकतर दुराचार के मामलों में अपनों ने ही अपनी बहन-बेटी की आबरू पर डाका डाला।
केस नंबर एक:27 जून 2009 को गोमतीनगर इलाके में एक कलयुगी पिता ने अपनी सौतली बेटी को हवश का शिकार बना डाला। पीडि़ता की नानी की शिकायत पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
केस नंबर दो:12 जनवरी 2013 को इंडियन एयर लाइंस में सिक्योरिटी गार्ड ने नौकरी छोड़ने के बाद अपनी पत्नी को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। इस हैवान ने दूसरों के साथ उसकी अश्लील वीडियो फिल्म बनायी और इसके बाद रिकार्डिंग का हवाला देकर जिस बेटी को गोद में लेकर खिलाया, लेकिन उसकी भी अस्मत को भी नीलाम करने पर अमादा हो गया, लेकिन खुद को नीलाम कर चुकीमां अपनी लाडली की अस्मत बचाने के आगे आई और विकासनगर थाने में शिकायत तो पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
केस नंबर तीन:2 फरवरी 2013 को माल थानाक्षेत्र में एक सौतले पिता ने अपनी 16 वर्षीय बेटी को ढाई माह तक बंधक बनाकर उसकी आबरू लूटी। दरिंदे पिता के चंगुल से किसी तरह मासूम बचकर बाहर निकली और माल थाने की दहलीज पर पहुंकर आप बीती बतायी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी पिता को गिर तार कर सलाखों के पीछे भेजा।
केस नंबर चार:17 जुलाई 2014 को मोहनलालगंज के बलसिंह खेड़ा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में दरिंगी की हर हद पार कर दी गई थी। दरिंदों ने एक 30 वर्षीय महिला को निर्वस्त्र कर मौतकी नींद सुलाया था।
केस नंबर पांच:8 अगस्त 2014 को त्रिवेणीनगर निवासी एक बाप ने अपनी नाबालिग बेटी से रेप कियाकिशोरी एक प्राइवेट स्कूल में 9वीं की छात्रा थी। उसने अपने पिता पर सालों से रेप करने का आरोप लगाया था। हसनगंज कोतवाली प्रभारी दिनेश सिंह ने आरोपी के विरुद्ध रेप मुकदमा, और उसकी पत्नी पर 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
केस नंबर छह: 02 फरवरी 2015 को अमीनबाद के ग्रीन मार्केट निवासी इंटीरियर डेकारेशन का कारोबार करने वाले शिशिर श्रीवास्तव की 20 वर्षीय बेटी एलएलबी की छात्रा गौरी श्रीवास्तव की बेरहम कातिलों ने दो टुकड़े कर उसकी निर्मम हत्याकर लाश को पीजीआई थाना क्षेत्र स्थित वृन्दावन कॉलोनी के पास आवास विकास कार्यालय स्थित नहर के किनारे फेंक दिया था उसकी भी लाश दो टुकड़ो में बैग में मिली थी।
केस नंबर सात:29 नवंबर 2015 को बंथरा थाना क्षेत्र निवासी एक सगे भाई ने अपनी बहन के साथ दुष्कर्म किया। इस घटना की जानकारी होते ही घर परिवार तो दूर यह घिनौनी वारदात स्थानीय लोगों को भी झकझोर कर रख दिया। फिलहाल यह तो बानगी भर आंकड़े हैं और भी वारदातें हुई जिनमें ज्यादातर अपने ही आरोपी निकले।
केस नंबर आठ:4 दिसम्बर 2015 को मड़ियांव थानाक्षेत्र के आईआईएम रोड स्थित डेंटल कॉलेज के पास 4 कटे हुए पैर पड़े है जिन्हें कुत्ते नोच रहे है। घटना की जानकारी पाकर मौके पर थाना प्रभारी संतोष सिंह व क्षेत्राधिकारी प्रताप गोपेन्द्र पहुंचे और आशंका के मद्देनजर आस पास कॉम्बिंग शुरू की। कॉम्बिंग के दौरान पुलिस को घटनास्थल से लगभग 1 किमी दूरी पर सहारा सिटी होम के सामने सर्विस लेन पर एक बोरा दिखा जिसमे से अजीब दुर्गन्ध आ रही थी। पुलिस ने बोरा खुलवाकर देखा तो उसमे एक महिला का सर कटा धड़ था। वही इससे 300 मीटर की दूरी पर एक और सर कटा धड़ पड़ा हुआ था। घटना की जानकारी होते ही मौके पर एसएसपी लखनऊ राजेश पाण्डेय,डीआईजी डीके चौधरी, आईजी जकी अहमद व पुलिस अधीक्षक क्राइम ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी भी पहुंच गए लेकिन अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी।
केस नंबर नौ:बंथरा इलाके में 15 दिसम्बर 2015 को मजदूर श्रवण कुमार भुजवा (45) ने मासूम व उसके भाई को मिठाई खिलाने के बहाने घर के बुला लिया। श्रवण मासूम को मिठाई देने के बाद उसे निवस्त्र कर उसके साथ दुराचार का प्रयास करने लगा। चीख सुनकर दौड़े परिवारीजनों ने आपत्तिजनक हालत में आरोपि को धर दबोचा और उसकी जमकर पिटाई की। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
केस नंबर दस:15 दिसम्बर 2015 को जानकीपुरम क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने दो व्यक्तिओं के खिलाफ एक माह तक बंधक बनाकर गैंग रेप का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। महिला कीतहरीर पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
केस नंबर ग्यारह:25 जनवरी 2011 को पुलिस मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर चिनहट स्थित निजामपुर मल्हौर गांव निवासी 17 वर्षीय बालिका को हैवानों ने उस समय अपनी हवश का शिकार बनाकर बेरहमी से मारा था, जब वह अपने घर से सिलाई सिखने के लिए निकली थी।
केस नंबर बारह:18 जनवरी 2012 को इंदिरानगर थाना क्षेत्र स्थित चूड़ामन पुरवा गांव निवासी आठ वर्षीय मासूम बच्ची को अगवा कर बेरहम हत्यारों ने मार डाला और शव को गांव के बाहर खेत में फेंक दिया। इस मासूम हत्याकांड में भी दबंगों के आगे पुलिस घुटने टेक गई थी, नतीजा इस वारदात का रहस्य आज भी बरकरार है।