सभी प्रतिवादियों पर न्यायाधीषों का अपमान करने तथा टीवी, रेडियो व सोशल मीडिया के माध्यम से उनके खिलाफ द्वेषपूर्ण बातें फैलाने के आरोप लगाए गए। अदालत ने मुर्सी पर एक मिलियन इजिप्टन पाउंड यानी 56 हजार 270 डॉलर का जुर्माना भी लगाया। मुर्सी समेत 23 अन्य अभियुक्तों पर भी ये जुर्माना लगाया गया।
खबरों के अनुसार- फैसला आने से पहले मुर्सी की बेटी ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें बताया गया कि मुर्सी पहले से ही कई मामलों में जेल की सजा भुगत रहे हैं। इसमें कहा गया मुर्सी पहले से ही 20 साल जेल की सजा भुगत रहे हैं। उनके समर्थक नेताओं में से भी ज्यादातर हिरासत में हैं। कई लोगों को हत्या, हिंसा भड़काने, जेल से भागने और जासूसी के आरोपों में मौत की सजा या फिर लंबे समय के लिए जेल में डाला जा चुका है।
मुर्सी के एक साल के शासन के खिलाफ व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे जिसके बाद वर्ष 2013 में सेना ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया था। तब से विभिन्न आरोपों के लिए उन पर मुकदमे चलाए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार- मिस्र ने वर्ष 2013 के बाद से इस्लामिक नेताओं पर कार्रवाई की और धर्मनिरपेक्ष तथा उदारवादी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ हजारों लोगों को जेल भेजा।