बातचीत करने पर सहमति समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में मिस्र की पहल पर फिलिस्तीनी प्रतिद्वंद्वी समूहों फतह और हमास अपने लंबे समय से चले आ रहे विवाद को छोड़कर वार्ता करने पर सहमत हुए थे । उस दौरान दोनों के बीच बातचीत हुई । उम्मीद है आगे भी ये बातचीत चलेगी।
गाजा पट्टी पर 1 दिसबंर को पूर्ण कब्जा समझौते के अनुसार, फतह के अंतर्गत चलने वाली आम सहमति वाली सरकार का हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर 1 दिसंबर से पूर्ण नियंत्रण स्थापित हो जाएगाा। सिसी ने कहा, “उन लोगों में सुलह से गाजा पट्टी में दबाव कम होगा और वहां उग्रवाद से निपटने में आसानी होगी।” साथ ही वहां के लोग खुली हवाओं में सांस ले सकेंगे।
कई अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों का समर्थन उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट किया तथाकथित शताब्दी समझौते के अंतर्गत मिस्र अपने सिनाई प्रायद्वीप में से कोई भी जमीन नहीं देगा। यह समझौता फिलिस्तीन-इजराइल विवाद को सुलझाने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तावित किया गया है। मिस्र के कई अधिकारियों ने एक फिलिस्तीन राष्ट्र को बसाने के लिए सिनाई में जमीन देने के विचार को विरोध किया है। मिस्र, फिलिस्तीन और इजरायल के बीच सात दशक तक लंबे चले विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों को वार्ता के लिए राजी करने के मद्देनजर कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।