अकरा। घाना की राजधानी अकरा में चल रहे फर्जी अमरीकी दूतावास को बंद कर दिया गया है। यह फर्जी दूतावास पिछले एक दशक से गैरकानूनी तरीके से प्रमाणित वीजा जारी कर रहा था। अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट के मुताबिक, यह फर्जी दूतावास आपराधिक नेटवर्क के जरिए चलाया जा रहा था और 6 हजार डॉलर में वीजा जारी कर रहा था। अमरीकी विदेश विभाग का कहना है कि उसने इस दूतावास को गर्मियों में बंद कर दिया था। लेकिन उसके बाद भी इसकी छत पर अमरीकी झंडा लगा हुआ था। इतना ही नहीं फर्जी दूतावास के अंदर राष्ट्रपति बराक ओबामा की तस्वीर भी लगी हुई थी। गैर-कानूनी तौर पर चल रहा था दूतावास विदेश विभाग का कहना है कि इस फर्जी अमरीकी दूतावास को घाना और तुर्की के नागरिक चला रहे थे। ये लोग खुद को दूतावास के अधिकारी और कर्मचारी के रूप में पेश कर रहे थे। शक न हो इसके लिए इन लोगों ने डच और अंग्रेजी भी सीखी थी। अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट का कहना है कि जांच में घाना में नीदरलैंड के फर्जी दूतावास चलने की भी बात सामने आई है। हालांकि, नीदरलैंड की इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है। 6 हजार डॉलर में दिया जा रहा था वीजा इस फर्जी दूतावास में छह हजार डॉलर में अमरीकी वीजा दिया जा रहा था। अधिकारियों ने फर्जी दूतावास चलाने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास से भारत, दक्षिण अफ्रीका और 10 अन्य देशों के 150 से ज्यादा पासपोर्ट बरामद हुए हैं।