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सिएरा लियोन में रेप को राष्ट्रपति ने बताया ‘राष्ट्रीय आपातकाल’, सख्त किया कानून

Published: Feb 09, 2019 05:13:45 pm

Submitted by:

Shweta Singh

देश के राष्ट्रपति जूलियस माज बिओ ने ये ऐलान करते हुए कहा कि ज्यादातर छोटी उम्र के अपराधी ऐसे जुर्म में शामिल हो रहे हैं।

Sierra Leone an african country declared sexual violence as national emergency

सिएरा लियोन में रेप को राष्ट्रपति ने बताया ‘राष्ट्रीय आपातकाल’, सख्त किया कानून

फ्रीटाउन। यौन हिंसा को अब तक दुनिया के लगभग हर देश में जघन्य अपराध का दर्जा दे दिया गया है। अब अफ्रीका के एक देश ने इस तरह के मामलों को ‘राष्ट्रीय आपातकाल’ घोषित कर दिया है। अफ्रीका के सिएरा लियोन ने दुष्कर्म और यौन हिंसा से जुड़े मामलों को राष्ट्रीय आपातकाल की श्रेणी में डाला है।

दुष्कर्म की शिकार हुई महिलाओं का होगा मुफ्त इलाज

देश के राष्ट्रपति जूलियस माज बिओ ने ये ऐलान करते हुए कहा कि ज्यादातर छोटी उम्र के अपराधी ऐसे जुर्म में शामिल हो रहे हैं। कम उम्र के अपराधी ज्यादा हिंसक होकर ऐसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। राष्ट्रपति ने साथ में यह भी कहा कि अब से हर सरकारी अस्पतालों में दुष्कर्म और यौन हिंसा के शिकार हुए पीड़ितों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रमाण-पत्र भी देने का निर्देश है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति बिओ ने यह घोषणा सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से पिछले कई महीनों से चलाए जा रहे अभियान के बाद किया है।

70 प्रतिशत पीड़िताओं की उम्र 15 साल से कम

अपने भाषण में उन्होंने कहा कि हर महीने ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। देश की महिलाएं, युवतियां ही नहीं बल्कि तीन माह तक की मासूम बच्चियां भी दुष्कर्म और यौन हमले की शिकार बन रही हैं। अब राष्ट्रपति ने नाबालिगों के साथ यौन हिंसा अौर उत्पीड़न के आरोपी के लिए उम्र कैद की सजा मुकर्रर की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों की 70 प्रतिशत पीड़िताएं 15 साल से कम उम्र की हैं और अभी जो कानून है उसमें अधिकतम 15 साल की सजा होती है। यही नहीं अभी तक मुकदमा भी बहुत कम लोगों पर चलाया गया है। गौरतलब है कि सिएरा लियोन में महज एक साल में ही दुष्कर्म के 8,505 के मामले सामने आए हैं, जबकि साल 2017 में सामने आए मामले (4,750 मामले) से दोगुना ज्यादा हैं। आपको बता दें कि इस देश की राजधानी सिर्फ 75 लाख है।

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