आपको बता दें कि एयरपोर्ट अथॉरटी इंडिया (एएआई) के एक अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर समुद्री एयरस्पेस के ईपर 30 मिनट तक इंतजार करने के बाद विमान के गायब होने का ऐलान कर देता है। लेकिन जब वीवीआईपी विमान मेघदूत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लेकर मॉरीशस के एयरस्पेस में प्रवेश किया तो वहां के एटीसी के साथ करीब 12 मिनट तक संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद मॉरीशस अथॉरिटी ने आपातकालीन अलार्म बटन को दबाया।
विदेश मंत्रालय ने खबर की पुष्टि की
आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लेकर जा रहे वीवीआई विमान मेघदूत 14 मिनट के लिए आसमान में लापता हो गई थी। हालांकि कुछ देर पहले तक इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी भारत का विदेश मंत्रालय अवगत होने से इनकार कर रहा था। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इस घटना के तुरंत बाद आईएनसीईआरएफए अलॉर्म की घोषणा कर दी। उन्होंने चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया। रिपोर्ट में बताया गया है कि चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल ही एम्ब्रायर ईआरजे 135 ‘मेघदूत’ से आखिरी बार संपर्क में था। एएआई के एक अधिकारी ने बताया कि विमान ने 4 बजे त्रिवेन्द्रम से उड़ान भरी थी। इसके बाद स्थानीय एटीसी ने यह मामला चेन्नई फ्लाइट इनफॉर्मेशन रीजन (एफआईआर) को पास कर दिया। जिसके बाद एफआईआर ने इसको मॉरीशस एफआईआर को पास कर दिया गया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका रवाना, कई कार्यक्रम में लेंगी हिस्सा
आईबीएसए में भाग लेने दक्षिण अफ्रीका पहुंचीं सुषमा स्वराज
आपको बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ब्रिक्स और भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए) मंत्रिस्तरीय बैठकों में भाग लेने के लिए भारत से दक्षिण अफ्रीका जा रही थीं। इस दौरान उनके विमान को दिल्ली-त्रिवेंद्रम-मॉरीशस-दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन तकनीकी स्टॉप लेने पड़े। इस दरमियान मॉरीशस के विदेश मंत्री से मुलाकात करने के लिए स्वराज ने मॉरीशस में कुछ देर के लिए स्टॉपओवर किया। इसके बाद विदेश मंत्री दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो गईं। बता दे कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सकुशल जोहानसबर्ग पहुंच चुकीं हैं। गौरतलब है कि 6 जून को सुषमा स्वराज दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों से भी मिलेंगी। इसके बाद 7 जून को 300 लोगों के साथ पेंट्रिच स्टेशन से पीटरमेरिट्जबर्ग स्टेशन तक सांकेतिक यात्रा करेंगी।