खाने-पीने की चीजें महंगी
स्थानीय मीडिया में जारी तस्वीरों में से यमन निवासी महिलाएं व पुरुष आसमानी नीले रंग के दरवाजे और खिड़कियों के सामने बुधवार को सुबह से ही लोग कतारों में लगे थे। यमन में खाने-पीने की चीजें इतनी महंगी हो गई हैं कि ये अनेक लोगों की पहुंच से बाहर हो गई हैं। सऊदी अरब की अगुवाई में अमरीकी मदद से यमन में 2015 में बमबारी शुरू होने के साथ गृहयुद्ध आरंभ हुआ जिससे देश की मूलभूत संचरनाएं तहस-नहस हो चुकी हैं और समुदाएं अलग-थलग पड़ गई हैं। विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) प्रवक्ता हर्वे वहूसेल ने जेनेवा में एक प्रेसवार्ता में कहा, “बाजार में खाद्य पदार्थ पहले से ही काफी महंगा हो गया है क्योंकि खाद्य पदार्थो की किल्लत है। अगर नावें कम आएंगी तो कीमतों में और इजाफा होगा।”