प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद को दुनिया के सामने खड़ी दो बड़ी चुनौतियों में से एक करार दिया है
नैरोबी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद को दुनिया के सामने खड़ी दो बड़ी चुनौतियों में से एक करार दिया है। उन्होंने कहा, मानवता में विश्वास रखने वाली सभी ताकतों को इस मानवता विरोधी समस्या को पराजित करने के लिए साथ आना होगा।
यहां केसरानी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, वैश्विक मंदी के बावजूद भारत आर्थिक प्रगति की ओर बढ़ रहा है और उनकी सरकार का लक्ष्य 8 फीसदी की विकास दर हासिल करना है जो फिलहाल 7.6 फीसदी है। करीब एक घंटे के भाषण के दौरान वहां मौजूद लोग बार बार मोदी मोदी के नारे लगा रहे थे। मोदी ने 2 साल के दौरान भारत में आम लोगों की जिंदगी बदलने और उनके सपनों को पूरा करने के लिए अपनी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने करीब 20 हजार भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी 2 सबसे बड़ी समस्याएं हैं। ये पूरी मानवता के समक्ष चुनौतियां हैं,इनसे निपटने के लिए विश्व को साथ आना होगा। मानवता में विश्वास रखने वालों को साथ आना चाहिए। जितना जल्दी वे साथ आएंगे उतना जल्दी आतंकवाद को खत्म किया जा सकेगा।
जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में भारत रास्ता दिखा सकता है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उनके आलोचकों ने सवाल किए कि वह प्रधानमंत्री बनने के बाद क्या करें,क्योंकि वह गुजरात जैसे छोटे राज्य से ताल्लुक रखते हैं। कई सवाल पूछे गए । मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है। यह सही भी था। मैंने प्रधानमंत्री बनने के बाद संसद देखी। दो साल के उनके कार्यकाल में भारत ने सुशासन और घोषणाओं का क्रियान्वयन देखा है। दुनिया मंदी से गुजर रही है,बावजूद इसके भारत ने 7.6 फीसदी की विकार दर रखी। यह गर्व का विषय है लेकिन हम यहीं नहीं रूकेंगे। हमें आगे जाना है,ऊंचाई पर जाना है और 8 फीसदी से अधिक विकास दर हासिल करनी है।