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आखिर सैकड़ों लोग क्यों बोले आज नहीं जागे तो कल होगा भयानक

locationअगार मालवाPublished: Jun 18, 2018 12:02:35 am

Submitted by:

Lalit Saxena

पत्रिका अमृतम-जलम् अभियान में रविवार सुबह नगरीय क्षेत्र में कंठाल नदी व उसके किनारे स्थित मुक्तिधाम परिसर में श्रमदान किया गया।

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पत्रिका अमृतम-जलम् अभियान में रविवार सुबह नगरीय क्षेत्र में कंठाल नदी व उसके किनारे स्थित मुक्तिधाम परिसर में श्रमदान किया गया।

सुसनेर. पत्रिका अमृतम-जलम् अभियान में रविवार सुबह नगरीय क्षेत्र में कंठाल नदी व उसके किनारे स्थित मुक्तिधाम परिसर में श्रमदान किया गया। सभी ने अभियान से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण को लेकर अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने व जल सहेजने का संकल्प लिया।
रविवार की सुबह नप अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ. गजेंद्रसिंह चंद्रावत, भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष पवन शर्मा, श्रीमनकामनेश्वर सेवा मंडल समिति के लखन भावसार, राकेश बिकुंदिया, मुरली पडियार, जनअभियान परिषद के घनश्याम पुष्पद, मनोज सोनी, संदीप राठौर, समाजसेवी विष्णु भावसार, राकेश जैन खूंपवाला, अशोक जैन, ज्योतिमाधव विचार मंच के गिरीजाशंकर श्रीवास्तव, गिरीराज बंजारिया, बीएसडल्यू छात्र मनोज लोहार ने मुक्तिधाम पहुंचकर श्रद्धांजलि सभा हॉल व टीनशेड की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। यह कहा लोगों ने
यदि पर्याप्त मात्रा में जल चाहिए तो पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है। पेड़ों के कारण बारिश होती है। बिना पेड़-पौधों के संरक्षण पर्यावरण सही नहीं हो सकता है। जब तक पर्यावरण सही नहीं होगा, पर्याप्त बारिश संभव नहीं। इस कारण पेड़-पौधों का संरक्षण जरूरी है।
डॉ. गजेंद्रसिंह चंद्रावत, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि
पर्यावरण के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। पत्रिका का यह अभियान न सिर्फ लोगों को जागरूक कर रहा है। बल्कि पर्यावरण के प्रति प्रेम भी बढ़ा रहा है। इससे लोगों में पर्यावरण का संरक्षण करने की भावना जाग्रत हो रही है।
सत्यनारायण सोनी, ब्लॉक समन्वययक, जनअभियान परिषद
मनुष्य चांद से लेकर मंगल तक की सतह पर पानी तलाशने की कवायद में लगा हुआ है, लेकिन हर जगह पर पानी की कमी है। इसे बचाने के लिए जल व पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। पत्रिका अमृतम् जलम अभियान के माध्यम से जन जागरण का कार्य अभिनंदनीय है।
पवन शर्मा, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष
जल है तो कल है। जहां जल जमें जीवन देता है, वहीं पेड़-पौधे हमें जीने की शक्ति ऑक्सीजन देते हैं, इसलिए जल और पर्यावरण बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाना जरूरी है।
विष्णु भावसार, सामाजिक कार्यकर्ता
जल ही जीवन है। जीवन का आधार जल है। जल बिना जीवन समाप्त है। हमें जल संरक्षण का ध्यान रखना और उनका संरक्षण जरूरी है।
गिरजाशंकर श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव श्रीमंतज्योति माधव विचार मंच
जल के बिना सब सूना है। हमें जल संरक्षण के लिए स्वयं पहल करते हुए दूसरों को प्रेरित करना चाहिए और जल के महत्व को बढ़ाने के लिए पेड़ पौधों का संरक्षण जरूरी है।
लखन भावसार, उपाध्यक्ष, मनकामनेश्वर महादेव मंदिर समिति
पर्यावरण सरंक्षण के लिए सभी को आगे आना होगा। नहीं तो एक दिन हमें न तो पीने के लिए पानी मिलेगा और न ही सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन। इसके लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने तथा जल सहेजने की जरूरत है।
राकेश बिकुंदिया, मीडिया प्रभारी, श्रीमनकामनेश्वर सेवा मंडल समिति
पर्यावरण को यदि संरक्षित करना है तो जल, पेड़, पौधों, नदी आदि को बचाना पड़ेगा तभी मानव जीवन संभव है। इसके लिए समाज को आगे आना होगा।
घनश्याम पुष्पद, जनअभियान परिषद मेंटर
जल संरक्षण के लिए हरप्रयास किया जाना चाहिए और नदी में छोटे-छोटे स्टॉपडेम बनाकर हम जल संरक्षण कर सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम करें। इससे पर्यावरण दूषित होने बचा सके।
मनोज सोनी, जन अभियान परिषद परामर्शदाता

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