अगार मालवाPublished: Feb 09, 2019 11:10:52 am
Lalit Saxena
हर कोई खुशियों में डीजे पार्टी, मस्ती व शोर-शराबा करता है और कोई चाह कर भी किसी की खुशियों को कम नहीं करना चाहता है।
हर कोई खुशियों में डीजे पार्टी, मस्ती व शोर-शराबा करता है और कोई चाह कर भी किसी की खुशियों को कम नहीं करना चाहता है।
आगर-मालवा. हर कोई खुशियों में डीजे पार्टी, मस्ती व शोर-शराबा करता है और कोई चाह कर भी किसी की खुशियों को कम नहीं करना चाहता है। इन दिनों से डीजे की धुन बच्चों की पढ़ाई में बाधा खड़ी कर रही है। परिजनों को चिंता सता रही है कि कहीं उनके बच्चों का भविष्य खराब न हो जाए। शहर के बच्चे कक्षा ९वीं एवं ११वीं की परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। वहीं १०वीं व १२वीं कक्षा के विद्यार्थी पढ़ाई में लगे हुए हैं, लेकिन शहर मे डीजे व लाउडस्पीकर का शोर बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यदि इसी प्रकार के हालात रहे तो शहर के बच्चों को पढ़ाई में मुश्किलें होंगी और निश्चित ही इसका सीधा असर उनके परीक्षा परिणाम पर पड़ेगा।
शहर में प्रतिदिन कहीं न कहीं शादी व अन्य आयोजन हो रहे हैं। आयोजन मे संबंधित लोग केवल अपनी खुशियां देखते हैं उन्हे दूसरों की तकलीफों की कोई परवाह ही नहीं रही है। इन आयोजनों में डीजे की आवाजें इतनी अधिक होती हैं कि शहर का हर तबका इससे परेशान हो रहा है। कक्षा १०वीं व १२वीं की बोर्ड परीक्षाएं १ मार्च से आरंभ होने जा रही है और कक्षा ९वीं एवं ११वीं की परीक्षाएं १२ फरवरी से आरंभ हो जाएगी। ऐसे में परिजनो को चिंता सता रही है कि कही इस शोर-शराबे से बच्चों का भविष्य चौपट न हो जाए। यह सब जवाबदारों की आंखों के सामने हो रहा है लेकिन अभी तक इन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोई आगे नहीं आया।
बच्चों के अभिभावक भी चिंतित
तेज डीजे के शोर से बच्चों के परिजन भी काफी परेशान है। उनका मानना है कि शोर के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शहरवासियों ने बताया कि डीजे के चलते बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। शाम होते ही डीजे की आवाजे आना शुरूहो जाती है। इसके कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।
डीजे के संचालन पर पूर्णत: प्रतिबंध है। नियमों की अनदेखी करने वालो के विरुद्ध कोलाहल अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
अजीत तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी आगर