scriptइस केंद्र के कारण इस जिले में अब नहीं टूटेंगे परिवार | Due to this center no family breaks in this district | Patrika News

इस केंद्र के कारण इस जिले में अब नहीं टूटेंगे परिवार

locationअगार मालवाPublished: Jun 23, 2019 12:48:27 am

Submitted by:

Ashish Sikarwar

दो लोगों से परिवार बनता है। परिवार से गांव बनता है और गांव से तहसील बनती है। इसी क्रम में एक अच्छे समाज का निर्माण होता है।

patrika

दो लोगों से परिवार बनता है। परिवार से गांव बनता है और गांव से तहसील बनती है। इसी क्रम में एक अच्छे समाज का निर्माण होता है।

आगर-मालवा. दो लोगों से परिवार बनता है। परिवार से गांव बनता है और गांव से तहसील बनती है। इसी क्रम में एक अच्छे समाज का निर्माण होता है। परिवार किसी भी समाज की मूल इकाई है।परिवार सुरक्षित रहेगा तो समाज सुरक्षित रहेगा। परिवार मे आपसी सामंजस्य बना रहे तो कभी कोई विवाद नहीं हो सकते। फिर भी विवाद होते हैं तो हमारा कर्तव्य रहेगा कि हम किसी भी परिवार को बिखरने से रोकने मे अंतिम प्रयास तक लगे रहेंगे।
यह बात शनिवार को कोतवाली थाना परिसर मे परिवार परामर्श केन्द्र के शुभारंभ अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक सविता सोहाने ने कही। एसपी ने कहा कि परिवार मे छोटी-छोटी बातें बड़ा रूप ले लेती है। हम चाहते हैं कि परिवार न टूटे, न बिखरेे। परिवार की गाड़ी बेहतर तरीके से चलती रहे यही प्रयास रहेगा। परिवार के टूटने का सीधा असर बच्चो पर पड़ता है, ऐसे में बच्चों की परवरिश अच्छी नहीं होती है। किसी भी पारिवारिक झगड़े को सबसे पहले परामर्श केन्द्र मे लाने का प्रयास किया जाएगा। शुभारंभ अवसर पर एएसपी प्रदीप पटेल, एसडीओपी एसआर पाटीदार, एसडीओपी सुसनेर नाहरसिंह रावत, कोतवाली थाना प्रभारी अजित तिवारी, रक्षित निरिक्षक वंदना सिंह, उपनिरिक्षक संगीता शर्मा, सुनिता परिहार सहित पुलिस कर्मी उपस्थित थे।
दो वर्ष पूर्व परामर्श केंद्र का हुआ था पंजीयन
एसपी ने बताया कि परिवार को टूटने से बचाया जा सके इसके लिए पूर्व में प्रयास किए गए ।इसको पुलिस विभाग ने आत्मसात किया कुछ सामाजिक संगठन भी इसमे आगे आए और आपसी झगड़ों को परामर्श के जरिए सुलझाया। जिले में दो वर्ष पूर्व इसका पंजीयन हुआ था लेकिन पंजीयन के बाद इसको सक्रिय भूमिका में नहीं लाया गया। इसके कारण यह केन्द्र आरंभ नहीं हो पाया लेकिन अब कोतवाली थाना परिसर मे यह केन्द्र खुलने के बाद परिवार से संबंधित मामलों की काउंसलिंग यहां पर हो सकेगी।
सभी थानों में अलग से बनाए गए महिला कक्ष
एसपी ने बताया कि महिलाओं से संबंधित अपराध काफी बढ़ गए हैं। थानों में महिलाओं से जुड़े किसी भी मामले को लेकर महिलाओं से पूछताछ करने में परेशानी होती है। मामले से जुड़ी महिलाएं भी खुद को असहज महसूस करती है। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए हमारे द्वारा जिले के सभी थानो मे महिलाओं से पूछताछ के लिए अलग कक्ष बनाया गया है। इससे महिलाओं को काफी सुविधा मिल सकेंगी।
सभी मिलकर करेंगे काउंसलिंग
थानों पर पारिवारिक विवादों से संबंधित आने वाले मामलो को सबसे पहले परिवार परामर्शकेन्द्र पर सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। यहां पर एक महिला पुलिस अधिकारी के साथ ही एक चिकित्सक, एक अभिभाषक व दो स्वतंत्र व्यक्ति मिलकर संबंधित परिवार की काउंसलिंग करेंगे। काउंसलिंग के बाद परिवार समझ जाता है तो हमारे द्वारा ३ बार फिर यहां बुलाकर काउंसलिंग की जाएगी। वही ३ बार संबंधित परिवार के घर जाकर भी फालोअप लिया जाएगा।
ऐसे मे यह पूरी प्रक्रिया के बाद सबकुछ ठीक रहता है तो ही मामले की सफलता मानी जाएगी । हर एक मामले की पूरी प्रोसेडिंग की जाकर अलग से फाईल भी बनाई जाएगी। यदि इतनी काउंसलिंग के बाद भी मामले का हल नहीं होता है तो उसके बाद मामले में प्रकरण दर्जकर कार्रवाई की जाएगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो