घटना सोमवार रात १० बजे की है। साधुवासवानी नगर में जिस जगह पुलिस का चेकिंग पाईंट लगता है वहीं पर तीन बदमाश आरोपी नदीम (२१) पिता नफीस खान निवासी मोती तबेला और उसके दो साथी खड़े हो गए। सिंधी कॉलोनी स्थित गारमेंट शॉप कर्मचारी ऋतिक अपने साथियों के साथ वहां से गुजरा। तब आरोपियों ने उन्हें खुद को क्राइम ब्रांच अफसर बताकर रोक लिया। फिर आरोपी नदीम, कर्मचारी से मोबाइल छीनने लगा। घटना से घबराए युवकों ने विरोध किया तो बदमाश उन्हें चोरी का मोबाइल रखने व नशे का सामान रखने के जुर्म में बंद करने की धमकी देने लगा। सभी उनसे मोबाइल लौटाने के एेवज में ५ हजार की मांग करने लगे। फरियादी आशुतोष फतेहचंदानी ने पत्रिका से बातचीत में बताया की उनकी सिंधी कॉलोनी में गारमेंट शॉप है। ऋतिक उन्हीं के यहां कर्मचारी है। घटना से घबराए कर्मचारी नकली क्राइम बांच से बचने के लिए उनसे रुपए मांगने पहुंचा। वह कहने लगा की मोबाइल का बिल होने के बाद भी क्राइम ब्रांच अफसर उसे चोरी का बता रुपए की मांग कर रहे है। वे कुछ समझ पाते इतने में बदमाश नकली अधिकरी बन वहां आ धमके। बदमाश ने नीले रंग का ट्रेक शूट पहना है जिस पर एमी और पीछे मध्यप्रदेश लिखा था। बदमाश की सूरत देख व्यापारियों को उनके नकली होने की शंका हुई। ब तक बदमाश उनसे चार हजार नौ सौ रुपए ले चुका था। यह नजारा व हंगामा देख मार्केट के सभी व्यापारी अपनी दुकानों से बाहर निकल आए। कुछ व्यापारियों ने बदमाशों का मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। तो कुछ ने जूनी इंदौर थाने सूचना की।
इतने शातिर की फोन पर नाम बोलते हुए किया नमस्कार फरियादी और उनके साथियों ने आरोपियों को वीडियों बनाए। इसमें आरोपी खुद को क्राइम ब्रांच अफसर बताने लगा। व्यापारी ने जूनी इंदौर थाने फोन किया तो बदमाश ने उनके हाथ से मोबाइल छीन लिया। फिर कहने लगा की सलमान सर नमस्ते फिर कोन पांडे। फोन कटने के बाद भी बदमाश व्यापारियों के सामने पुलिसकर्मियों से बात करने का ड्रामा करने लगा। फिर कहने लगा की जल्दी गाड़ी लेकर आओ। पकड़ंे जाने के डर से वह भागने लगा तो व्यापारियों ने उसे दौड़ लगाकर पकड़ा। व्यापारियों ने बताया की इसके बाद थाना पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी बरगलाने लगे। माफी मांगने लगे। पुलिसकर्मियों को थाना स्टाफ ने वहीं सबक सिखाया। इसके बाद थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा है।