अगार मालवाPublished: May 03, 2018 12:17:56 am
Lalit Saxena
इमरजेंसी में मरीजों की हो जाती है फजीहत, डॉक्टर भी नहीं निकाल पाते हैं अपने वाहन
इमरजेंसी में मरीजों की हो जाती है फजीहत, डॉक्टर भी नहीं निकाल पाते हैं अपने वाहन
आगर-मालवा. जिला अस्पताल मे आए दिन किसी ने किसी कारणों के चलते अव्यवस्थाएं सामने आ ही जाती है। अब जहां उपचार को लेकर जिला अस्पताल की स्थिति थोड़ी सुधरी है, वहीं अब मरीज व उनके साथ आने वाले बदहाल पार्किंग व्यवस्था से परेशान हो गए हैं। जिला अस्पताल में आने वाले वाहनों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण यहां की पार्किंग व्यवस्था बिगड़ रही है। वाहनो की बेतरतीब पार्किंग से एक ओर जहां मरीज परेशान हो रहे हैं, वहीं अस्पताल के डॉक्टर भी कई बार इस इन वाहनों के चक्कर मे फंस जाते है। प्रतिदिन इस प्रकार की स्थिति जिला अस्पताल मे निर्मित होना आम बात हो गई है।
जिला अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था की जिम्मेदारी वहां के सुरक्षाकर्मियों के पास है। वहां आरंभ मे जितने वाहन आते हैं वे तो अस्पताल के मुख्य द्वार के समीप सुरक्षाकर्मियों द्वारा पार्क करवा दिए जाते हैं।
जब मुख्य द्वार के समीप वाहन पार्क करने की जगह नहीं रहती है तो मजबूरन सुरक्षाकर्मियों को अन्य वाहनों को अंदर भेजने पर विवश होना पड़ता है। ऐसी स्थिति मे अंदर परिसर तक आने वाले वाहन चालक अपने वाहन जहां मन करता है वहां बेरतरतीब रूप से खड़ा कर चले जाते हैं। यहां पर मरीजों के साथ आने वाले उनके परिजन घंटों तक यही पर वाहन खड़े कर चले जाते हैं। दोपहिया वाहनों एवं चार पहिया वाहन भी बड़ी तादाद मे यहां पर पार्क किए जाते हैं। वाहन निकालने के लिए लोगों को मशक्कत करना पड़ती है।
एंबुलेंस निकालने में आती है परेशानी
जिला अस्पताल मे कई बार जनन व अन्य एंबुलेंस मे मरीजों के बाहर ले जाने मे भी इन बेरतरतीब पार्क वाले वाहनों के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। एंबुलेंस निकालने में चालको को काफी समय लग जाता है। ऐसे मे मरीजों की जान पर बन जाती है। इसी प्रकार की स्थिति ओपीडी के बाहर निर्मित होती है। अस्पताल के स्टॉफ सहित कई लोग ओपीडी के बाहर ही अपने वाहन बेतरतीब पार्क कर देते हैं। ऐसे मे इमरजेंसी मे आने वाले मरीजों को वार्ड तक ले जाने में कई बार समस्याएं आती हैं।
डॉक्टरों को वाहन पार्किंग में आती है दिक्कत
अस्पताल स्टॉफ के साथ ही यहां पर पदस्थ डॉक्टरों को ही अपने वाहन पार्क करने के लिए जगह नहीं मिल पाती है। डॉक्टरों के वाहन भी सीएस के कार्यालय के सामने जहां खाली जगह मिलती है, वहां खड़े हो जाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वे खुद इस बेरतरतीब वाहन पार्किंग से परेशान हो चुके हैं।
समस्या की है वैकल्पिक व्यवस्था
वाहन पार्किंग स्थल को लेकर जब डॉक्टरों से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण वे खुद परेशान है। हालांकि अस्पताल में भी इतनी जगह नहीं है कि बहुत सारे वाहन वहां पर खड़े किए जा सके। कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी कोशिश करे तो अस्पताल के बाहर से हटाए गए अतिक्रमण का स्थान रिक्त है जहां पार्किंग की वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है।
आए दिए सुरक्षाकर्मियों से झगड़ते हैं लोग
जिला अस्पताल के मुख्य द्वार के समीप ही पार्किंग स्थल है। यहां से आगे सुरक्षाकर्मी दूसरे वाहनों को अंदर नहीं जाने देते है लेकिन कई बार लोग जबरदस्ती अंदर जाने की कोशिश करते हैं जब सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर जाने से रोकते हैं तो कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। सुरक्षाकर्मी विवाद से बचने के लिए मजबूरीवश उन्हे अंदर जाने देते हैं।
यहां पर स्थान का अभाव है। इस कारण पार्किंग व्यवस्था बिगड़ती है। नवीन जिला अस्पताल भवन बन जाने के बाद ही स्थिति में सुधार होगा।
डॉ. जेसी परमार, सीएस जिला अस्पताल आगर