युवाओं ने श्रमदान कर जल स्रोतों को दिया पुनर्जीवन
अगार मालवा•May 18, 2018 / 01:02 am•
Lalit Saxena
युवाओं ने श्रमदान कर जल स्रोतों को दिया पुनर्जीवन
शाजापुर. बिगड़ते पर्यावरण, वर्षा की अनिश्चितता और भू-जल के अत्यधिक दोहन से भूमिगत जल स्तर में आ रही निरंतर गिरावट के कारण दिन-प्रतिदिन जल संकट गहराता जा रहा है। जल संकट से निपटने के लिए आवश्यक है कि हम वर्षा के जल को अत्यधिक मात्रा में धरती के भीतर पहुंचाकर भूमिगत जलस्तर में वृद्वि करें। यह काम जल संरचनाओं के निर्माण और पुरानी जल संरचनाओं को जलसंग्रहण लायक बनाने से संभव हो सकेगा। जिले में जन अभियान परिषद द्वारा पुरानी जल संरचनाओं के पुनर्जीवन के लिए अभियान चलाया जा रहा है। शाजापुर जिले के ग्राम रंथभंवर में पुरानी बावडिय़ा और कुण्डियां हैं, जो रखरखाव के अभाव में कचरे और मलबे से भर गई थी। शाजापुर के बीएसडब्ल्यू के छात्रों ने इन बावडिय़ों और कुण्डियां को पुनर्जीवित करने का काम हाथ में लिया। ग्राम के युवाओं ने भी इस काम में उन्हे ंसहयोग दिया। युवाओं ने प्राचीन ओंकारेश्वर मंदिर की बावड़ी की सफाई का निश्चय किया। इस बावड़ी में ग्रामीण कई सालों से प्रतिमाओं का विसर्जन करते थे और पूजन सामग्री डालते थे, जिससे बावड़ी भर गई थी। युवा गैती, फावड़े और तगारी लेकर एकत्रित हुए और मानव शंृखला बनाकर सफाई का काम शुरू किया। सबके सहयोग से इस बावड़ी से पांच दिन में कई ट्राली मलबा निकाला गया, जिसे ग्रामीणों ने अपने खेतों में खाद के रूप में उपयोग किया। पहले यहां का पानी सड़ा हुआ बदबूदार था जो किसी काम में नही आता था। बावड़ी में अब प्राकृतिक जल स्रोत से पानी आने लगा है और इसका उपयोग पशुओं के पेयजल में होने लगा।
अन्य कुंडियों की भी की सफाई
युवाओं ने इस बावड़ी की सफाई के बाद खोडिय़ा बाबा के पास स्थित कुंडी, कनेरिया खेड़ी के गोपाल कृष्ण मंदिर के पास की कुंडी की भी सफाई कर उपयोगी बनाया। इस कार्य में दिलीप चौधरी, अभिषेक नागर, महेश पाटीदार, कपील अग्रवाल, विनोद चौधरी, अशोक पाटीदार, जुगल पाटीदार, हेमराज, कुंदन चौधरी, गोविंद चौधरी, सलमान पठान, दीपक बारोलिया, प्रीतम पांचाल, अरविंद वर्मा, अर्जुन चौधरी, सुनील वर्मा, विनोद अमर्तीयां, सुनील भानेज, प्रकाश, पवन डडानिया, धर्मेन्द्र सोनी, प्रवीण मेहता, विष्णु अस्तेय, मंगल अग्रवाल आदि युवाओं ने भरपूर सहयोग दिया।
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