पंडित गोविंद शर्मा ने बताया कि इस बार नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त को मनाया जाएगा। इतना ही नहीं इस साल नाग पंचमी के दिन मंगला गौरी व्रत रखे जाने के अलावा दो शुभ योग भी बनेंगे। नाग पंचमी पर शिव योग और सिद्धि योग भी बन रहे हैं। इन दोनों योग में पूजा करने से शिव जी और नाग देवता की असीम कृपा होगी। जातक की सारी मनोकामनाएं पूरी होगी। मान्यता है कि नाग पंचमी के नागों की पूजा करने से कालसर्प योग से निजात मिल जाती है। इस साल की नाग पंचमी काफी खास है क्योंकि कई साल बाद इस बार दुर्लभ संयोग बन रहा है।
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ऐसे करें नाग पंचमी की पूजा पंडित गोविन्द शर्मा ने बताया कि नाग पंचमी के दिन अष्ट नागों की पूजा करनी चाहिए। यह अष्ट नाग अनंत, वासुकी, पद्य, महापद्मा, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख नाग है। इसके लिए चौकी पर नाग देवता की फोटो या मूर्ति स्थापित करें फिर नाग देवता को हल्दी रोली अक्षत अर्पित करें उन्हें फूल चढ़ाएं दूध जरूर अर्पित करें। नाग पंचमी की कथा सुने, आरती करें। इस दिन सपेरे को दान जरूर दें संभव हो तो देर शाम को एक समय भोजन करें।
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इस दिन नाग देवता और शिव-पार्वती की विधि विधान से करें पूजा
पंडित गोविंद शर्मा के अनुसार नाग पंचमी के दिन एक विशेष संयोग बन रहा है। इस दिन नाग देवता और शिव पार्वती की विधि विधान से की गई पूजा कई गुना ज्यादा फल देगी। नाग पंचमी 2 अगस्त मंगलवार को है और सावन महीने के हर मंगलवार को मंगल गौरी व्रत रखा जाता है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए रखती हैं। सावन महीने के सोमवार की तरह मंगलवार को भी बहुत महत्व माना गया है। ऐसे में इस साल नाग पंचमी के दिन नाग देवता के साथ-साथ भगवान शिव और मां पार्वती की भी पूजा की जाएगी ऐसा होना दुर्लभ है।
नाग पंचमी के शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी तिथि 2 अगस्त 2022 नाग पंचमी पूजा मुहूर्त सुबह 5 बजकर 43 मिनट से 8 बजकर 25 तक अवधि 2 घंटे 42 मिनट।
पंचमी तिथि आरंभ- 2 अगस्त को 5 बजकर 13मिनट से सुबह से।
पंचमी तिथि समाप्त- 3 अगस्त को 5 बजकर 41 मिनट सुबह तक।