अगार मालवाPublished: Aug 06, 2018 12:47:40 am
Lalit Saxena
जहां चाहा वहां बना दिया वाहन स्टॉपेज
जहां चाहा वहां बना दिया वाहन स्टॉपेज
सुसनेर. इंदौर-कोटा राजमार्ग पर नगरीय क्षेत्र में सड़क के दोनों तरफ जगह-जगह वाहनों के खड़े रहने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आए दिन छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। कभी बस, ट्रक तो कभी टै्रक्टरों की लाइन दिखाई देती है। जगह-जगह वाहनों का स्टॉपेज होने से हादसो की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। फिर भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे वहां पर यात्री वाहन अचानक रुक जाते हैं जिससे पीछे आने वाले वाहन हादसों का शिकार हो जाते हैं। राजमार्ग पर सुविधा मिलने के साथ ही यही मार्ग अब हादसों का पर्याय भी बना हुआ है। यही वजह है कि आए दिन इस पर स्थित गांवों व नगर के चौराहों पर हादसे हो रहे हैं। सबसे बड़ी परेशानी इस मार्ग पर बने अस्थायी बस स्टैंड भी दुर्घटना का कारण बने हैं।
राजमार्ग के किनारे जिन स्थानों पर वाहन खड़े रहते है। उनकी जांच करके वाहन मालिकों को वाहन सही जगह खड़े करने की हिदायत दी जाएगी। नहीं मानने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ओपी मोहटा, थाना प्रभारी सुसनेर
यहां बने डेंजर जोन
इंदौर-कोटा राजमार्ग पर आगर से चंवली के बीच ही दर्जन भर डेंजर जोन बने हुए हैं। अंदरुनी व घुमावदार मोड़ हादसों का कारण बनते हैं। साल्याखेड़ी-डोंगरगांव, सातवां मिल, अमरकोट, कडिया, आमला, लक्ष्मीपुरा व आमला व आगर के बीच कई ग्रामों के बीच में डेंजर जोन बने हुए हैं। यहां सामने की ओर से आने वाले वाहन लोगों को दिखाई नहीं देते और दुर्घटना हो जाती है।
नहीं हैं संकेतक बोर्ड
इसी राजमार्ग पर संकेतक बोर्ड भी नहीं हैं। ऐसे में लोगों को यह भी पता नहीं चल पाता है की यह रास्ता किस और जाता है। राजमार्ग से गुजरने वाले वाहन चालक चौराहो पर लोगो से रास्ता पूछते हुए सफर तय करते हैं।
इन चौराहों पर होते हैं हादसे
नगरीय क्षेत्र में मंडी चौराहा, इंदौर-कोटा राजमार्ग, मोड़ी चौराहा और पुराने पेट्रोल पंप के समीप दुर्घटना होना आम बात हो गई है। मंडी चौराहा, विश्राम गृह के बाहर डाक बंगला तिराहा और परसुलिया चौराहे पर तो मवेशियों का जमघट लगा रहता है। इसको बचाने के चक्कर में वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं।