साईं परिवार ने कई बार सौंपे हैं आवेदन
इसी रेल लाओ की मांग को लेकर शुक्रवार को साईं परिवार ने कलेक्टोरेट में एक आवेदन आवक-जावक शाखा में प्रस्तुत किया। आवेदन में बताया गया कि 15 मार्च 1932 से 1 अगस्त 1975 तक नैरोगेज रेल के माध्यम से क्षेत्र रेल सेवा से जुड़ा हुआ था। नैरोगेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज के माध्यम से उज्जैन-कोटा वाया आगर जोडऩे के लिए रेल विभाग द्वारा वर्ष 1956 मे सर्वे किया था लेकिन राजनीति स्वार्थ के चलते सर्वे मूर्तरूप लेता उससे पहले ही रेल लाइन को शाजापुर स्थानांतरित कर दिया गया। तभी से क्षेत्रवासियो द्वारा रेल की मांग की जा रही है।
रैली के लिए कर रहे हंै लोगों को जागरूक
सामाजिक संस्था साईं परिवार के सदस्य रेल लाओ की मांग को लेकर शहर में निकलने वाली रैली के लिए घर-घर दस्तक दे रहे है। सदस्यगण शहर में मुनादी कर लोगो को अवगत करा रहे है। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें गिरीश नाग, प्रशांत भटनागर, सतीश शास्त्री, तेजसिंह चौहान, अब्दुल वकील आदि शामिल हैं। साईं परिवार के साथ-साथ अन्य संस्थाओं ने वर्ष २०१६ में मुहिम भी चलाई थी जिसमें शहर के युवाओं द्वारा सीधे प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को फेसबुक, व्हाटसऐप एवं ट्वीट के जरिए अपनी मांग रखी गई थी। साईं परिवार के प्रशांत भटनागर ने बताया कि हम 20 जनवरी को जनजागृति रैली निकालेंगे और इस मांग को तेज किए जाने का प्रयास किया जाएगा।