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कमलनाथ सरकार की इस योजना ने किया युवाओं से मजाक

locationअगार मालवाPublished: Mar 14, 2019 12:35:12 am

Submitted by:

Lalit Saxena

प्रदेश सरकार की युवा स्वामिभाम योजना अंतर्गत मिले रोजगार के आश्वासन के बाद में पंजीयन कराने वाले युवा अब योजना के सुस्त रवैये से परेशान हैं।

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प्रदेश सरकार की युवा स्वामिभाम योजना अंतर्गत मिले रोजगार के आश्वासन के बाद में पंजीयन कराने वाले युवा अब योजना के सुस्त रवैये से परेशान हैं।

सुसनेर. प्रदेश सरकार की युवा स्वामिभाम योजना अंतर्गत मिले रोजगार के आश्वासन के बाद बड़ी संख्या में पंजीयन कराने वाले युवा अब योजना के सुस्त रवैये से परेशान हैं। योजना को लेकर पंजीयन कराने वाले युवा अब शासन द्वारा मिलने वाले अस्थायी रोजगार व उसके बदले मिलने वाली आर्थिक सहायता को लेकर संशय में हैं। योजना के तहत जिले के चार नगरीय निकायों के लिए 581 युवाओं ने पंजीयन करवाया है, लेकिन अभी तक 94 ही प्रशिक्षण के लिए चयनित हुए हैं। योजना के पोर्टल पर तो इन 95 युवाओं को रोजगार दिया जाकर प्रशिक्षण दिया जाना बताया जा रहा है जिसमें उपस्थिति 13 मार्च की स्थिति में 16 प्रतिशत बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार योजना अभी केवल जिला मुख्यालय पर ही शुरू की गई है।
जिले के शेष 3 निकायों पर अभी शुरुआत नहीं हो पाई है, इसलिए सुसनेर, नलखेड़ा, बड़ौद व बड़ागांव के युवा योजना के तहत पंजीयन कराने के लिए आज भी रोजगार का इंतजार कर रहे हैं। नगरीय निकायों में पंजीयन कराने वाले ये युवा संबंधित नपा के कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं किंतु संतोषप्रद जवाब नहीं मिल पा रहा। योजना की शुरुआत के लिए शासन का निकाय में स्थापित कौशल केंद्र या आइटीआइ से अनुबंध कर वहां प्रशिक्षार्णियों को पहुंचाना है। किंतु यह व्यवस्था अभी तक केवल जिला मुख्यालय पर संचालित नगर पालिका में ही शुरू हो पाई है। कुल 94 युवाओं का चयन किया गया है। अन्य निकायों में आइटीआइ या कौशल केंद्र से अनुबंध नहीं होने के कारण शुरुआत नहीं हो पाई है।
यह थी प्रक्रिया
योजना में 18 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं के पंजीयन कराए गए। पंजीयन के बाद युवाओं को स्थानीय निकाय के माध्यम से नजदीकी कौशल केंद्र या आइटीआइ में रोजगार उन्नमुखी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाना है। दस दिन स्थानीय निकाय में कार्य का प्रशिक्षण होने के बाद स्थानीय कौशल केंद्र में प्रशिक्षण दिया जाना है। जहां चार घंटे निकाय में सेवा देनी है, जबकि चार घंटे प्रशिक्षण भी लेना है। निकाय में न्यूनतम 33 प्रतिशत और प्रशिक्षण संस्था में 70 प्रतिशत उपस्थिति होने पर 4 हजार की अधिकतम स्वाभिमान राशि दी जाएगी। पंजीकृत युवाओं को मैसेज के माध्यम से निकाय की जानकारी उपलब्ध कराई जानी है। पंजीकृत युवाओं को प्रशिक्षण से नहीं जोड़ा गया है, उन्हें फिलहाल राशि मिलने की भी संभावना नहीं है।
योजना में इसलिए हो रही परेशानी
पहले सभी युवाओं से कराया गया पंजीयन, बाद में शहरी क्षेत्र तक सीमित हुई योजना।
नगरीय निकायों और कौशल केंद्र एवं आइटीआइ से अनुबंध नहीं होने के कारण अब तक शुरू नहीं हो पाया प्रशिक्षण।
निकाय में उपस्थिति के लिए थंब एम्प्रेशन से उपस्थिति जरूरी है, लेकिन अधिकांश निकायों में अभी तक व्यवस्था नहीं है।
पंजीयन के बाद कई युवाओं को समय से नहीं मिले मैसेज।
प्रशिक्षण के बाद दी जाने वाली स्वाभिमान राशि को लेकर निकायों में फंड की समस्या। निकायों को मिलाना है 10 प्रतिशत राशि।

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