अगार मालवाPublished: Jul 25, 2018 12:36:21 am
Lalit Saxena
अमले ने कार्रवाई के नाम पर की खानापूर्ति
अमले ने कार्रवाई के नाम पर की खानापूर्ति
आगर-मालवा. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे अचानक प्रशासनिक अमला छावनी नाके पर एकत्रित होता है और नगरपालिका के अमले की मदद से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हो जाती है। दुकानदारों का कहना है कि उन्हें नपा से इसके बारे कोई सूचना नहीं दी गई थी। उन्होंने समय भी मांगा, लेकिन सुनवाई नहीं होती है और जेसीबी से दुकानों के आगे लगे टीनशेड हटाना आरंभ कर दिए जाते हैं। बगैर पूर्व सूचना आरंभ हुई कार्रवाई से दुकानदार आक्रोशित हो जाते हैं और मौके पर जनप्रतिनिधि भी आ पहुंचते हैं। अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियो में बहस होती है और कार्रवाई को दूसरी तरफ मोड़ दिया जाता है। देखते ही देखते अमला कलेक्टोरेट की ओर बढ़ता है और छोटा-मोटा अतिक्रमण हटाते हुए 12 बजे वापस रवाना हो जाता है। यह कार्रवाई मंगलवार को शहर में खासी चर्चा का विषय बनी रही। कार्रवाई के दौरान सिर्फ 4 दुकानों के टीनशेड हटाने से प्रशासन पर पक्षपात के आरोप भी लगते रहे।
मंगलवार सुबह 11 बजे अचानक तहसीलदार मुकेश सोनी नपा अमले के साथ छावनी नाके पर आते हैं और कुछ ही देर में पुलिस फोर्स भी आ जाता है। दुकानदार कुछ समझ पाते उससे पहले ही नपा की जेसीबी से अतिक्रमण हटाना आरंभ कर दिया जाता है। आक्रोशित दुकानदारों की सूचना पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक राजपूत सहित कुछ जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचते हैं और अधिकारियों से बहस करते हैं। स्थिति विवादित होने पर एसडीएम महेंद्र कवचे तथा एसडीओपी भी मौके पर पहुंचते हैं। काफी देर तक बहस चलने के बाद कार्रवाई को छावनी झंडाचौक की ओर से कलेक्टोरेट की ओर मोड़ दिया जाता है और रास्ते में लगे होर्डिंग बैनर हटाने की कार्रवाई की जाती है। प्रशासनिक अधिकारी छोटे-मोटे नेताओं व कोचिंग सेंटरो, बैंक आदि के बोर्ड हटाकर जब छावनी नाके पर आते हैं तो वहां एक प्रभावशाली नेता के बैनर, पोस्टर हटाने की बजाए कार्रवाई को स्थगित कर रवाना हो जाते हैं। प्रशासन की इस पक्षपातपूर्ण कार्रवाई को लेकर व्यापारियों में खासा रोष देखा गया। गिनती के चार व्यापारियों को लक्षित कर उनके यहां टीन शेड हटाकर नुकसान कर दिया गया। व्यापारियों ने कहा यदि अतिक्रमण है तो हटाना हमारा दायित्व है। यदि हमें सूचना पत्र दिया जाता तो हम स्वयं ही अतिक्रमण हटा लेते। प्रतिवर्ष बाबा बैजनाथ की शाही सवारी के पूर्व मार्ग को व्यापारी मिलकर ही सुंदर बनाते हैं। आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा लेकिन इस तरह की कार्रवाई से व्यापारियों में भय है।
&नपा द्वारा अतिक्रमण को लेकर 15 दिन पूर्व सूचना पत्र जारी किए गए थे लेकिन किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो तो छावनी नाके से कलेक्टोरेट तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई मंगलवार को की गई।
महेंद्रसिंह कवचे, एसडीएम आगर