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बच्चों को इन खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए कसी इस विभाग ने कमर

locationअगार मालवाPublished: Jan 19, 2019 12:15:27 am

Submitted by:

Lalit Saxena

खसरा वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 15 जनवरी से अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत सुसनेर एवं सोयत क्षेत्र में भी विभाग की टीमें खसरे का टीका लगा रही है।

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खसरा वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 15 जनवरी से अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत सुसनेर एवं सोयत क्षेत्र में भी विभाग की टीमें खसरे का टीका लगा रही है।

सुसनेर. खसरा वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 15 जनवरी से अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत सुसनेर एवं सोयत क्षेत्र में भी विभाग की टीमें शासकीय एवं निजी स्कूलों में खसरे का टीका लगा रही है। अभी तक 16 स्कूलों में 2106 से अधिक बच्चों को टीके लगाए जा चुके हैं। शुक्रवार को जिला टीकाकरण अधिकारी राजेश गुप्ता ने सुसनेर क्षेत्र का दौराकर अभियान के संबंध में जानकारी ली। 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों लगाए जा रहे टीके के प्रथम चरण में स्कूलों में जाकर टीके लगाए जा रहे हैं। एएनएम के द्वारा खेल-खेल में या बच्चों को समझाइश देकर अलग-अलग तरीके से टीकों के प्रति रुचि जगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। विभाग द्वारा कोशिश की जा रही है कि कोई भी बच्चा ना छूटे।
जिला टीकाकरण अधिकारी ने किया निरीक्षण
मिजल्स-रूबेला अभियान में जिला टीकाकरण अधिकारी राजेश गुप्ता ने शुक्रवार को सुसनेर का दौरा किया। गुप्ता ने अस्पताल में कोल्डचेन स्टोर रूम का निरीक्षण किया। वैक्सीन की जांचकर इसे सही तरीके से रखने के संबंध में निर्देश दिए। अस्पताल में चल रहे टीकाकरण का भी निरीक्षण किया। एएनएम को सफाई सहित अन्य निर्देश दिए। नगर एवं ग्राम नांदना में स्थित संस्कार पब्लिक स्कूल में टीकाकरण करवाने के लिए संचालक व प्रधानाचार्य से चर्चा की। टीकाकरण के उद्देश्य के संबंध में जानकारी दी। बीएमओ डॉ. कुलदीपसिंह राठौर, बीपीएम दौलत मुजाल्दे मौजूद थे।
टीम के रूप में यह हैं सदस्य
अभियान में एएनएम व सुपरवाइजर के अलावा संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक को नोडल अधिकारी बनाया है। शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता को सहयोगी के रूप में रखा है। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक है वहां टीकाकरण के लिए अधिक एएनएम की ड्यूटी लगाई है।
आप यह करें
शासन के साथ आम लोगों की ड्यूटी है कि वह 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को मिजल्स-रूबेला का टीका लगवाएं। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. गुप्ता एवं बीएमओ डॉ. राठौर ने बताया शासन एवं स्वास्थ्य विभाग सभी बच्चों को टीका लगे इसके प्रयास कर रहा है। किंतु बच्चों के माता-पिता, आम नागरिक, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी यह जिम्मेदारी है कि वे अभियान में सहयोग करें एवं सभी बच्चों को यह टीके लगें ऐसे प्रयास करें।

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