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सत्यभान दे गया 4 को जिंदगी, प्रदेश में हुआ दूसरा कैडेवर हार्ट और 9वां लीवर ट्रांसप्लांट

locationजयपुरPublished: Nov 08, 2016 08:41:00 am

Submitted by:

Abhishek Pareek

दुर्घटना में घायल होकर ब्रेनडैड हुए सत्यभान (22) ने अंगदान से तीन लोगों को नई जिंदगी दी।सत्यभान की पिछले दिनों ब्रेन डेथ हो गई थी। अंगदान के लिए परिजनों के राजी होने के बाद डॉक्टरों ने अंग प्रत्यारोपण की कार्रवाई शुरू की।

दुर्घटना में घायल होकर ब्रेनडैड हुए सत्यभान (22) ने अंगदान से तीन लोगों को नई जिंदगी दी। सत्यभान का लीवर व एक किडनी महात्मा गांधी अस्पताल में दो मरीजों के प्रत्यारोपित किए गए तथा एक किडनी एसएमएस अस्पताल में तथा ईएचसीसी अस्पताल में दिल ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजा गया। सभी मरीजों के ऑपरेशन रविवार देर रात को किए गए। खास बात यह है कि प्रदेश में यह दूसरा हार्ट कैडेवर हार्ट ट्रांसप्लांट और 9वां लीवर ट्रांसप्लांट है।


सत्यभान की पिछले दिनों ब्रेन डेथ हो गई थी। अंगदान के लिए परिजनों के राजी होने के बाद डॉक्टरों ने अंग प्रत्यारोपण की कार्रवाई शुरू की। रविवार रात 12 बजे बाद ऑपरेशन शुरू हुए। सत्यभान ग्राम जगीना भरतपुर निवासी था। 4 नवंबर को दुर्घटना हो जाने के बाद वह गंभीर घायल हो गया। परिजन उसे महात्मा गांधी अस्पताल लाए, जहां न्यूरो सर्जन डॉ. रोहिन भाटिया के दो बार जांच करने के बाद अस्पताल की कमेटी ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया। परिजनों के अंग डोनेट पर राजी होने के बाद ग्रीन कोरिडोर बनाकर सत्यभान के दिल को ईएचसीसी अस्पताल में भेजा गया। जहां डॉ. अजीत बाना व टीम ने ऑपरेशन कर 35 वर्षीय एक मरीज के शरीर में सत्यभान का दिल लगाया।


इन लोगों को मिले लीवर-किडनी
महात्मा गांधी अस्पताल के वरिष्ठ लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. राजशेखर ने बताया कि सत्यभान का लीवर अस्पताल में उपचाराधीन बीकानेर के डॉ. वीरेंद्र सिंह को प्रत्यारोपित किया गया। ऑपरेशन में डॉ. विजय आनंद, डॉ. सुरेश भार्गव, डॉ. सृष्टि जैन व डॉ. विपिन गोयल ने सहयोग दिया। सिंह को संक्रमण से बचाने के लिए एक सप्ताह तक आईसीयू में रखा जाएगा। वहीं किडनी प्रत्यारोपण विभागाध्यक्ष डॉ. टीसी सदासुखी व गुर्दा रोग विषेषज्ञ डॉ. सूरज गोदारा ने सत्यभान की एक किडनी को श्रीजी नगर दुर्गापुरा निवासी रोहित बागरी को तथा दूसरी किडनी सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कैलाश सैनी को लगाई गई।




एसएमएस अस्पताल की आस फिर अधूरी
कई दिनों से सवाई मानसिंह अस्पताल में लीवर कैडेवर ट्रांसप्लांट की तैयारी की जा रही है, लेकिन किसी न किसी कारण के चलते यहां अभी तक एक भी लीवर कैडेवर ट्रांसप्लांट नहीं हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि वे जल्द ही यहां एक लीवर ट्रांसप्लांट करेंगे।
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