नामकरण होने में हो रही देरी
नवनिर्मित जिला अस्पताल भवन का नाम डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव शासन स्तर पर प्रस्तावित किया गया था। नामकरण होने में हो रही देरी व प्रक्रिया को शिथिल किए जाने से नाराज भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने 13 जुलाई से भीम आर्मी ने आंदोलन की राह अपना ली। पिछले चार दिनों से भीम आर्मी ने छावनी नाके के समीप क्रमिक भूख हड़ताल की जा रही है। वहीं विरोध प्रदर्शन के चलते कार्यकर्ताओं ने छावनी नाके पर प्रदर्शन एवं चक्काजाम करने की पूर्व सूचना दी गई थी। सूचना मिलने पर एसडीएम महेन्द्र कवचे सुबह 11 बजे धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं से चर्चा करने पहुंचे और समझाइश देते हुए चक्काजाम नहीं करने की बात कही थी।
नामकरण को लेकर कार्रवाई करने की बात
कार्यकर्ताओं द्वारा एसडीएम को दोपहर 2 बजे तक जिला अस्पताल के नामकरण को लेकर कार्रवाई करने की बात कही गई थी। दोपहर 2 बजे तक इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिलने पर कार्यकर्ता बड़ी संख्या में छावनी नाके पर पहुंचे। चक्काजाम करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। कार्यकर्ताओं के विरोध की जानकारी लगने पर एएसपी प्रदीप पटेल, एसडीएम, एसडीओपी एसआर पाटीदार, कोतवाली थाना प्रभारी अजीत तिवारी सहित भारी पुलिसबल मौके पर पहुंचा । हाइवे पर विरोध कर रहे प्रदेश प्रभारी सुनील अस्तेय सहित ५४ कार्यकर्ताओं को मौके से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
जारी है क्रमिक भूख हड़ताल
जिला अस्पताल के नामकरण को लेकर भीम आर्मी द्वारा किए जा रहे इस विरोध प्रदर्शन के अंतर्गत छावनी नाके के पास क्रमिक अनशन जारी है। प्रतिदिन कार्यकर्ताओं द्वारा यहां उपस्थित होकर भूख हड़ताल की जा रही है एवं धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
हाइवे छावनी नाके पर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम करने की कोशिश की थी। इस पर 54 लोगों की गिरफ्तारी पुलिस द्वारा लेते हुए एसडीएम के समक्ष पेश किया गया। यहां से उन्हे 10-10 हजार के मुचलके पर रिहा किया गया।
– अजीत तिवारी, कोतवाली थाना प्रभारी