क्या है UPSI मामला? UPSI 2021 यानी उत्तर प्रदेश भर्ती में लगातार धांधली की शिकायतें और गिरफ्तारी दरोगा भर्ती चर्चा में है। इसी में आगरा पुलिस ने 4 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने 2 घंटे का पेपर महज 3 मिनट में खत्म कर दिया था। परीक्षा ऑनलाइन हुई थी। 160 सवालों को हल करने के लिए 2 घंटे का समय था। जब कॉपी जांचने वालों को संदेह हुआ तो किसी को यकीन नहीं हो पा रहा था कि इतनी जल्दी कैसे कोई पेपर हल कर सकता है। जांच में आगरा पुलिस ने अंकित, संदीप, लव कुमार और वेद प्रकाश नाम के चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया। इन चारों ने आगरा, अलीगढ़ और गाजियाबाद स्थित अलग-अलग सेंटर्स पर ऑनलाइन परीक्षा दी थी। तीनों परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
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अभ्यार्थी SIT जांच की कर रहे मांगयूपी पुलिस और UP STF की टीमों ने छापेमारी कर परीक्षा में धांधली करने वालों को गिरफ्तार किया। 7 मई 2022 को लखनऊ पुलिस ने मेरिट लिस्ट में शामिल 6 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जिन पर एग्जाम में धांधली करने का आरोप लगा। इनमें से किसी ने परीक्षा केंद्र के मैनेजमेंट को पैसे खिलाए, तो किसी ने सॉल्वर गैंग का सहारा लिया। परीक्षा में नवंबर 2021 से अब तक 60 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ऐसे में एसआईटी जांच की मांग हो रही है।
एक नजर दरोगा भर्ती परीक्षा में वर्ष 2021 में UPSI की भर्ती आई थी। इसमें कुल 9534 पदों पर भर्ती का ऐलान हुआ था। परीक्षा में 12 लाख लोगों ने आवेदन दिया था। इसमें 7 लाख 61 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा 12 नवंबर से 2 दिसंबर 2021 तक चली। 14 अप्रैल 2022 को मेरिट लिस्ट जारी की गई। इसमें 36,170 अभ्यर्थियों के सफलता मिली थी।